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अपराधियों ने रजिस्टर में नाम, मोबाइल नंबर लिखा
जमशेदपुर: मानगो में मुथुट फाइनांस में डकैती करने वाले अपराधियों ने कार्यालय के रजिस्टर में अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखा था. इस मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक पहली बार दो युवक आये. एक युवक ने रजिस्टर में अपना नाम सन्नी (सानो) और बगल […]
जमशेदपुर: मानगो में मुथुट फाइनांस में डकैती करने वाले अपराधियों ने कार्यालय के रजिस्टर में अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखा था. इस मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक पहली बार दो युवक आये. एक युवक ने रजिस्टर में अपना नाम सन्नी (सानो) और बगल में मोबाइल नंबर लिखा. दो मिनट बाद आये दो युवकों में एक ने अपना नाम घसीट पर लिखा, जो पढ़ने में नहीं आ रहा था. पुलिस ने रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस के मुताबिक मुथुट फाइनांस के कार्यालय में आने वाले ग्राहकों को रजिस्टर में नाम और मोबाइल नंबर अंकित करना पड़ता है.
ग्राहक से भी 31 हजार लूटकर ले गये . मुथुट फाइनांस में डकैती के दौरान वहां पूर्व से खड़े एक ग्राहक से अपराधियों ने 31 हजार रुपये लूट लिया. व्यक्ति ने इसकी शिकायत मानगो थाना और मुथुट फाइनांस के मैनेजर से की है. अपराधियों ने जवाहरनगर रोड नंबर 13 निवासी जुल्फीकार अहमद को बंधक बनाया था. जुल्फीकार के पास एक लाख रुपये थे, लेकिन अपराधी जुल्फीकार का मोबाइल फोन ले गये. जांच में जुल्फीकार का मोबाइल फोन मैनेजर के टेबुल पर मिला. जुल्फीकार ने प्रभात खबर को बताया है कि उसने सोना रखकर मुथुट फाइनांस से लोन लिया था. सोमवार को वह एक लाख रुपये लेकर सोना वापस लेने दोपहर में 3.56 बजे मुथुट फाइनांस पहुंचे. अंदर खड़े एक युवक उनका हाथ पकड़कर स्ट्रांग रूम की तरफ ले गया. यहां पहले से कर्मचारी खड़े थे. वह कुछ समझ नहीं पाया. बाद में उसे डकैती की जानकारी मिली.
स्ट्रांगरूम में रैक खुला हुआ था
पुलिस ने जांच में पाया कि मुथुट कार्यालय का स्ट्रांग रूम में सोना रखने के लिए बना रैक ओपेन था. इसका फायदा अपराधियों को मिला. पुलिस के मुताबिक रैक क्यों खुला था, इसकी जांच की जा रही है.
पांच कर्मचारी, दो ग्राहक व दो गार्ड थे बंधक. पुलिस के मुताबिक अपराधियों ने पांच कर्मचारी, दो ग्राहक तथा दो गार्ड को बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया. इसमें मैनेजर के उन्नी कृष्णा, सहायक मैनेजर दवेव्रत दास, कर्मचारी मोनालिसा, गजेंद्र सिंह तथा कस्टमर केयर काउंटर पर बैठी किरण कुमारी समेत गार्ड देवानंद शर्मा, गार्ड श्याम बिहारी जायसवाल, ग्राहक जुल्फीकार व एक अन्य को बंधक बनाया था. पुलिस ने ग्राहक, गार्ड व कर्मचारियों से भी पूछताछ की.
छुट्टी पर थे दो स्टाफ . मुथुट फाइनांस के दो स्टाफ छुट्टी पर थे. पुलिस के मुताबिक कार्यालय में शुभम दत्ता पोने दो वर्ष से काम कर रहा है. चार-पांच दिनों से वह छुट्टी पर है. परीक्षा देने की बात कहते हुए छुट्टी पर गया है. इसके अलावा अन्य एक कर्मचारी तपसव भी छुट्टी पर था.
सहमे हुए थे कर्मचारी
अपराधियों के जाने के बाद एक घंटे बाद तक महिला कर्मचारियों में भय था. भय से महिला कर्मचारी पुलिस को कुछ बता नहीं पा रही थी. बाद में पुलिस के सीनियर अधिकारियों द्वारा समझाने पर अपराधियों के हुलिये और अन्य कई चीजों की पुलिस को जानकारी दी गयी.
बांग्ला और हिंदी बोल रहे थे अपराधी.कर्मचारियों के मुताबिक अपराधी का रंग सांवला था. सभी का कद लंबा था. सभी हिंदी और बांग्ला भाषा में बातचीत कर रहे थे. घटना के दौरान अपराधियों ने एक दूसरे से ज्यादा बातचीत नहीं की. अपराधियों ने किसी भी कर्मचारी को सीट से उठने नहीं दिया. दो युवकों ने पिस्तौल तानकर उन्हें बंधक बना रखा था.
किसी को फोन नहीं उठाने दिया गया. अपराधियों ने कार्यालय में घुसने के बाद किसी को फोन उठाने नहीं दिया. महिला कर्मचारी ने बताया कि पहले दो बार रिंग होकर फोन बंद हो गया. तीसरी और चौथी बार फोन आने पर अपराधियों ने रिसीव करने दिया, लेकिन कुछ बोलने की अनुमति नहीं दी.
महिला कर्मचारी ने दी सूचना. सूत्र बताते हैं कि एक महिला कर्मचारी ने साहस जुटाकर अपराधियों के मुथुट फाइनांस कार्यालय में घुसने की सूचना अपने ऊपर स्थित एक कार्यालय के कर्मचारी को दी. उस कर्मचारी ने 100 नंबर पर डायल पर पुलिस तथा साकची स्थित मुथुट फाइनांस के ब्रांच के कर्मचारी को सूचना दी.
आस-पास नहीं था कैमरा.पुलिस ने जांच में पाया गया कि जिस बिल्डिंग में मुथुट फाइनांस का कार्यालय हैं. अगल-बगल में बड़ी-बड़ी दुकानें हैं, लेकिन किसी भी दुकान के सामने में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था.
डीआइजी ने काम बांटकर जांच के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर शहर पहुंचे कोल्हान डीआइजी आरके धान को अपराधियों ने सलामी दे दी. डकैती की सूचना पर डीआइजी मानगो पहुंचे. उन्होंने एक घंटे तक मुथुट फाइनांस के मैनेजर, कर्मचारियों व गार्ड से पूछताछ की. हर एक बिंदु पर जांच करने का निर्देश दिया. डीआइजी ने एसएसपी एवी होमकर के समक्ष पुलिस अधिकारियों को अलग-अलग टीम बनाकर जांच करने का निर्देश दिये. तकनीकी सेल का जिम्मा राजेश प्रकाश सिन्हा को सौंपा.
एकाउंटेंट के बैग में भी भरा सोना
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपराधी लाल रंग का बैग लेकर आये थे. डकैती के क्रम में बैग कम पड़ गया. इसके बाद अपराधियों ने एकाउंटेंट महिला कर्मचारी का काला रंग का बैग लिया और शेष सोना उसमें भरकर ले गये.
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