जमशेदपुर: टाटा स्टील में वेज रिवीजन और बोनस पर वार्ता शुरू होने जा रही है. इसे लेकर प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया सात अगस्त से शुरू होगी. मैनेजमेंट की ओर से यूनियन को पत्र भेजा गया है, जिसमें सात अगस्त को सुबह दस बजे से वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है. वेज रिवीजन समझौता को लेकर बातचीत करने के लिए पहले से ही यूनियन की ओर से प्रस्ताव भेज दिया गया है. वहीं, यूनियन ने अपनी ओर से चार्टर्ड ऑफ डिमांड भेज दिया है.
एनजेसीएस के बाहर यह पहला मौका होगा, जब समझौता होगा, लेकिन उसका आधार एनजेसीएस नहीं होगा. यूनियन की बारगेनिंग क्षमता इस बार ही देखने को मिलेगी. ऐसे में यूनियन के लिए भी यह बड़ी चुनौती है. वैसे मैनेजमेंट का यह दबाव है कि हर हाल में एक साथ वेज रिवीजन समझौता कर लिया जाये. वहीं यूनियन चाहती है कि एनजेसीएस को आधार बनाकर बातचीत की जाये.
चूंकि, एनजेसीएस में 21.5 फीसदी एमजीबी का आधार बन चुका है और पांच साल के लिए ही समझौता होना है, इस कारण यूनियन के पास भी बातचीत का आधार मिल चुका है, जिसके आधार पर बातचीत की जा सके. वैसे यूनियन पर यह दबाव है कि अगर वेज रिवीजन समझौता में देर होगी, तो पहले अंतरिम समझौता कर लिया जाये और अंतरिम की राशि मिलनी शुरू हो जाये. कर्मचारियों में इसे लेकर असंतोष भी है, क्योंकि महंगाई से पहले से ही आम मजदूर त्रस्त नजर आ रहा है.
दूसरी ओर, बोनस को लेकर भी इसी माह वार्ता शुरू होने की उम्मीद है. 14 अगस्त को टाटा स्टील की एजीएम (आमसभा) मुंबई में होने वाली है. आमसभा के बाद इस पर भी वार्ता शुरू हो जायेगी, क्योंकि बोनस को लेकर फामरूला पहले से ही तैयार हो चुका है और सिर्फ उस आधार पर वित्तीय वर्ष 2012-2013 की बोनस राशि तय कर की जानी है.