छह साल में 837 लोगों की हो चुकी है मौत
लचर ट्रैफिक व्यवस्था के कारण खूनी बन चुकी शहर की सड़कों ने पिछले चार दिनों में पांच लोगों की जान ली है.
हादसों में लगातार हो रही मौत शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है. जुगसलाई में शुक्रवार को हुए हादसे के बाद पुलिस ने ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है, लेकिन हर बार की तरह इस पर कहां तक काम होता है, यह सवाल है.
| 29 अप्रैल : आकाशदीप प्लाजा, गोलमुरी के पास टेल्को कर्मी मंजीत सिंह (56) को ट्रेलर ने चपेट में लिया. टिनप्लेट में मौत हो गयी.
| 30 अप्रैल : बल्ले कांप्लेक्स, भुइंयाडीह के पास ग्रेजुएट कॉलेज की छात्रा सुषमा कुमारी ट्रेलर के नीचे आ गयी. इलाज के दौरान टीएमएच में उसकी मौत हुई.
| 2 मई : जुगसलाई में यात्री बस ने बाइक को चपेट में ले लिया. बाइक चालक बागबेड़ा निवासी शैलेश मंडल की टीएमएच में मौत हो गयी. उसका साथी सूरज बाल-बाल बचा.
| 3 मई : जुगसलाई में हाइवा ने ऑटो को चपेट में लिया. धनबाद निवासी बंगाली साव और मकदमपुर निवासी दीपाली धर की मौत, दो अन्य गंभीर.