यहां राज्य में बीएड एडमिशन टेस्ट प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर चर्चा की गयी. अंत में तय किया गया कि इस सत्र से बीएड एडमिशन में कई बड़े बदलाव किये जायेंगे. केयू की ओर से बैठक में विवि के रजिस्ट्रार और एग्जामिनेशन कंट्रोलर शामिल हुए.
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सेंट्रलाइज्ड बीएड एडमिशन इसी सत्र से
जमशेदपुर: राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में बीएड की एडमिशन प्रक्रिया में बदलाव किया जायेगा. इसी सत्र से बीएड एडमिशन की प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड हो जायेगी. इसे लेकर सोमवार को रांची में एक अहम बैठक हुई. बैठक में राज्य के हायर एजुकेशन डायरेक्टर, झारखंड कंबाइंड इंट्रेंस एग्जामिनेशन बोर्ड के सदस्य, सभी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार समेत अन्य ने […]
जमशेदपुर: राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में बीएड की एडमिशन प्रक्रिया में बदलाव किया जायेगा. इसी सत्र से बीएड एडमिशन की प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड हो जायेगी. इसे लेकर सोमवार को रांची में एक अहम बैठक हुई. बैठक में राज्य के हायर एजुकेशन डायरेक्टर, झारखंड कंबाइंड इंट्रेंस एग्जामिनेशन बोर्ड के सदस्य, सभी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार समेत अन्य ने हिस्सा लिया.
कोल्हान विवि को मिला रेगुलेशन बनाने का जिम्मा
बैठक में कोल्हान विश्वविद्यालय को सेंट्रलाइज्ड बीएड के लिए रेगुलेशन बनाने का जिम्मा दिया गया. दाखिले से संबंधित रेगुलेशन बनाने के बाद इसे झारखंड कंबाइड इंट्रेंस एग्जामिनेशन बोर्ड को सौंपा जायेगा. इसकी रिव्यू के बाद पूरे राज्य में लागू किया जायेगा. मंगलवार से यह काम शुरू किया जायेगा.
15 दिनों में तैयार होगा रेगुलेशन
बैठक में कोल्हान विवि को रेगुलेशन तैयार करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है. 15 दिनों में रेगुलेशन नहीं बनाये जाने पर विवि को जवाब तलब किया जायेगा.
जुलाई में शुरू होगा सत्र
इस बार जुलाई में बीएड एडमिशन का सत्र शुरू किया जायेगा. सत्र शुरू होने से पहले एडमिशन की प्रक्रिया की फूल प्रूफ तैयारी की जायेगी, बल्कि सारी चीजों का रिहर्सल भी होगा, ताकि किसी प्रकार की कोई चूक ना हो.
2 साल का हो जायेगा बीएड कोर्स
इस सत्र से बीएड का कोर्स 2 साल का हो जायेगा. इसे एनसीटीइ ने अप्रुव कर दिया है. अब इसके कोर्स में भी आंशिक बदलाव किया जायेगा. नये सिरे से सिलेबस तैयार होगा.
‘‘रांची में सेंट्रलाइज्ड बीएड को लेकर एक बैठक हुई. इसमें तय किया गया कि बीएड एडमिशन इस सत्र से सेंट्रलाइज होगा. दो साल का कोर्स हो जायेगा. सेंट्रलाइज कैसे हो, इसे लेकर रेगुलेशन तैयार करने का जिम्मा कोल्हान विवि को ही मिला है. – डॉ गंगा प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक, कोल्हान विवि
क्या होगा फायदा
सेंट्रलाइज्ड बीएड सिस्टम से पैसे और पैरवी का खेल खत्म हो जायेगा. इंट्रेंस टेस्ट एडमिशन का आधार होगा. कॉलेज को एडमिशन में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं होगा. सारा कुछ विवि के स्तर पर ही होगा. अब तक प्वाइंट के आधार पर दाखिला मिल रहा था, इससे कई विद्यार्थी फर्जी एनसीसी, स्पोर्ट्स या फिर अन्य गैर शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित सर्टिफिकेट बनवा कर ज्यादा अंक हासिल कर लेते थे, और उनका दाखिला हो जाता था. अब इस पर रोक लग जायेगी.
कैसे होगा दाखिला : सेंट्रलाइज्ड बीएड प्रक्रिया होने के बाद विवि स्तर पर प्रोस्पेक्टस निकलेगा. इच्छुक उम्मीदवार प्रोस्पेक्टस से आवेदन करेंगे. एक उम्मीदवार एक ही कॉलेज के लिए आवेदन कर सकेंगे. उनसे तीन कॉलेजों की इच्छा जानी जायेगी. इसके बाद वह अपना फॉर्म भरेगा. फॉर्म भरने के बाद एक साथ विवि के स्तर पर परीक्षा होगी. परीक्षा कंडक्ट करवाने का जिम्मा किसी स्वतंत्र एजेंसी को दिया जायेगा. परीक्षा के लिए कंप्यूटराइज्ड प्रक्रिया को अपनायी जायेगी. अंकों के आधार पर उम्मीदवार का चयन किया जायेगा. ववि तय करेगा कि किस कॉलेज में दाखिला मिलेगा. सेंट्रलाइज बीएड एडमिशन में इस तरह की प्रक्रिया को पूर्व में फाइनल किया गया था.
पूर्व वीसी सह कमिश्नर ने तैयार किया था ब्लू प्रिंट
पूरे राज्य में सेंट्रलाइज्ड बीएड एडमिशन की प्रक्रिया को इस सत्र से लागू किया जा रहा है, लेकिन कोल्हान विवि में पिछले सत्र ही इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया था. तत्कालीन कुलपति सह वर्तमान में कोल्हान के आयुक्त आलोक गोयल ने विवि में सेंट्रलाइज बीएड एडमिशन करने की प्रक्रिया की घोषणा की थी. इस घोषणा के बाद उन्होंने कैट और जैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं को आयोजित करवाने वाली एजेंसी से परीक्षा लेने से लेकर दाखिले तक का जिम्मा दे दिया था, लेकिन इसी बीच कुछ प्राइवेट बीएड कॉलेज ने कोर्ट से इस प्रक्रिया से खुद को बाहर कर लिया. मामला राज्यपाल सह कुलाधिपति के पास भी पहुंचा. इसके बाद इसे अगले सत्र से लागू करने की बात कही गयी थी.
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