जमशेदपुरः दपू रेलवे कर्मचारी यूनियन चुनाव में चक्रधरपुर डिवीजन में मेंस यूनियन सर्वाधिक वोट लेकर पहले स्थान पर रही.
यूनियन को 49 फीसदी वोट मिला. चक्रधरपुर डिवीजन में मेंस यूनियन दूसरी बार पहले स्थान पर रही. दूसरे स्थान पर मेंस कांग्रेस रही. उसे 38.06 फीसदी वोट मिला. दोनों मान्यता की हकदार हो गयी. मगर दपू रेलवे मजदूर संघ व मेंस कांग्रेस तृणमूल को बहुत कम वोट मिला. फलत: दोनों मान्यता से वंचित रह गयी. 2007 के चुनाव में जोन भर में मेंस यूनियन दूसरे स्थान पर रही थी. हालांकि विवाद के कारण पांच साल से पीएनएम से अलग रही थी. इस बार यूनियन ने नये चुनाव चिह्न (लाल गुलाब) पर चुनाव लड़ा और चक्रधरपुर डिवीजन में पहले स्थान पर रहा. मतगणना के आठ घंटे बाद शाम साढ़े पांच बजे इलेक्शन अफसर आनंद मधुकर ने रिजल्ट की घोषणा की.
साथ मनी होली- दीपावली
चुनाव में चक्रधरपुर डिवीजन में लाल गुलाब (मेंस कांग्रेस का चुनाव चिह्न) खिल गया है. मतगणना के आठ घंटे बाद शाम साढ़े पांच बजे पीठासीन पदाधिकारी बासुदेव पांडा ने रिजल्ट की घोषणा की. इसके बाद मेंस यूनियन के नेता और कार्यकर्ताओं ने मतगणना हॉल के बाहर से लेकर टाटानगर तक जश्न मनाया. एक साथ होली-दीवाली मनायी. इस मौके पर मेंस यूनियन के नेता शिवजी शर्मा, जवाहर लाल, बीके ठाकुर, दुर्गा, गणेश राव मौजूद थे.
देश के पांच जोन में एआइआरएफ सिंगल यूनियन
जमशेदपुर त्र रेलवे यूनियनों की मान्यता के लिए हुए चुनाव के परिणाम चौकाने वाले रहे है. चुनाव में लगातार दूसरी बार बेहतर प्रदर्शन करते हुए ऑल इंडिया रेलवे मैन फेडरेशन (एआइआरएफ) समर्थित यूनियनें देश की 17 रेलवे जोनों में पांच पर सिंगल यूनियन के रूप में दबदबा कायम करने में सफल रही है. देश के 17 जोनों में कुल 16 जोन में इस फेडरेशन (एआइआरएफ) को मान्यता मिलेगी. वहीं दूसरी ओर चुनाव में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन (एनएफआइआर) समर्थित यूनियनों में भी 12 जोन में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी है. इन जोन में इसकी समर्थित यूनियन आगे चल रही है. वहां दूसरे नंबर पर ऑल इंडिया रेलवे मैन फेडरेशन (एआइआरएफ) है. इस बार साउथ इस्ट सेंट्रल रेलवे, बिलासपुर जोन मेंस यूनियन यानि (एआइआरएफ) के हाथ से निकल गया है. चुनाव रुझान से स्पष्ट है कि इस बार भी रेलवे बोर्ड स्तर पर एआइआरएफ और एनएफआइआर को मान्यता मिलेगी.
एआइआरएफ की सिंगल यूनियन
ईस्टन रेलवे कोलकाता
एनइ रेलवे गोरखपुर
साउर्दन रेलवे चेन्नई
साउथ वेस्ट रेलवे हुबली
मेट्रो रेलवे कोलकाता