जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष बनने के बाद पीएन सिंह व उनकी टीम ने हमेशा मजदूरों का अहित किया है. मजदूरों का हक मारने की कोशिश की है और हमेशा उनको नुकसान पहुंचाया है. सिक्यूरिटी को कर्मचारी तक मानने से इनकार कर दिया था. यह आरोप रघुनाथ पांडेय की टीम ने लगाया है.
साकची स्थित रघुनाथ पांडेय के आवास के सामने पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. इसमें काफी संख्या में कमेटी मेंबर और कर्मचारी उपस्थित थ़े बैठक में शैलेश सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष आज आरोप लगा रहा है कि कोर्ट में केस के कारण हम काम नहीं कर सके जबकि उनके पास 2.5 माह का समय था़ पूरा समय सिक्यूरिटी की सदस्यता खत्म करने के लिए हाईकोर्ट में बिताया इसके लिए कौन जिम्मेवार है.
लेकिन वहां भी उनको हार का सामना करना पड़ा.रघुनाथ पांडेय का कार्यकाल हो या पूर्व अध्यक्षों का कार्यकाल. हमेशा से केस होता रहा है मगर मजदूरों की सेवा बाधित नहीं हुई है़ बैठक में मुख्य रूप से अरविंद पांडेय, एसपी सिंह, सीएस झा, एके सिन्हा, आर आफरीदी, वीके सिंह, एसके पात्रो, यूके तिवारी, विष्णु ओझा, आनंद, एनके झा, एनपी सिंह, जीएस पांडेय व अन्य मौजूद थे.
विपक्ष जिम्मेवारी ले, चुनाव तत्काल कराये : सत्ता पक्ष कमेटी मेंबर
युवा कमेटी मेंबर संजय कुमार सिंह, संतोष कुमार सिंह और अजय चौधरी ने संयुक्त बयान जारी किया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि टाटा वर्कर्स यूनियन की प्रतिष्ठा जगजाहिर है. वर्तमान में इसकी प्रतिष्ठा बचाए रखने का दायित्व सभी पक्षों का है. यूनियन की वर्तमान टीम ने 27 सितंबर को चुनाव प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा कर दी थी. प्रक्रिया चल ही रही थी कि हाईकोर्ट का निर्णय आने पर पूरा मामला उपायुक्त के पास चला गया. कर्मचारियों के कई महत्वपूर्ण कार्य लंबित हैं. ऐसे में जल्द से जल्द चुनाव होना आवश्यक है.