जमशेदपुर: केबुल कंपनी को खोलने को लेकर बायफर की ओर से फैसला देने से इनकार कर दिया गया. बायफर (बीआइएफआर) में केबुल कंपनी को खोलने को लेकर सुनवाई हुई. इसमें कहा गया कि दिल्ली हाइकोर्ट का फैसला आने के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा.
बायफर ने सुनवाई की नयी तिथि 16 अप्रैल 2015 तय की है.बायफर ने सुनवाई के दौरान टाटा स्टील की ओर से पूरी जानकारी ली गयी कि हाइकोर्ट में क्या स्थिति है और कब तक फैसला आ सकता है. डीआरएस की पूरी रिपोर्ट के बारे में पूछा गया. विकास करने की योजना के बारे में जानकारी हासिल की.
इस दौरान केबुल कंपनी के संचालकों की ओर से यह दलील दी गयी कि अगर सारा कुछ तैयार है तो फिर उसको तत्काल जारी कर दिया जाये और पब्लिक नोटिस के जरिये यह जानकारी दे दी जाये कि क्या किया जायेगा. चेयरमैन बीएस मीणा और जेपी दुआ ने सारी बातों को लेकर सुनवाई की.
इस दौरान बायफर ने कहा कि केबुल कंपनी को लेकर किसी भी दस्तावेज को वर्तमान परिस्थितियों में सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है और न ही किसी तरह का कोई फैसला दिया जा सकता है. दिल्ली हाइकोर्ट का फैसला आने के बाद ही किसी तरह का कोई फैसला लिया जायेगा.