जमशेदपुर: निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन का नौ साल तक अध्यक्ष रहे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 28 दिसंबर को जमशेदपुर आयेंगे. इसके पूर्व श्री मुखर्जी 1980 में निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन के 53वें सम्मेलन में शिरकत करने शहर आये थे. उस समय भी एक्सएलआरआइ के टाटा ऑडिटोरियम में कार्यक्रम हुआ था. तब वे केंद्रीय मंत्री थे.
इस बार भी वह उसी जगह और वही कार्यक्रम के लिए शहर आ रहे हैं. 1980 में उन्होंने सम्मेलन में बांग्ला भाषा में संबोधित करते हुए कहा था कि- शिल्पनगरी जमशेदपुर के लोग भारत के सांस्कृतिक जीवन के साथ जुड़े हुए हैं. उन्होंने समाज की एकजुटता पर जोर दिया था. इसके बाद जमशेदपुर में फिर 2004 में रवींद्र भवन में निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था. संस्था के राष्ट्रीय महासचिव जयंतो घोष ने कहा कि बीते वर्ष 25 दिसंबर, 2013 को इलाहाबाद में हुए 86 वें वार्षिक सम्मेलन को भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संबोधित किया था.
1922 में हुआ था पहला सम्मेलन
निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन का पहला अधिवेशन 1922 में बनारस में हुआ था. इसे कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने संबोधित किया था. 1922 से 1980 तक दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, मद्रास, लखनऊ, हैदराबाद, श्रीनगर, गुवाहाटी में सम्मेलन का आयोजन हुआ.
1953 में बदला गया संस्था का नाम
भारत के स्वतंत्रता से पूर्व संस्था प्रवासी बंग साहित्य सम्मेलन के नाम से चलता था. प्रवासी बंग साहित्य सम्मेलन की 12 वीं सभा कोलकाता में दिसंबर, 1934 में हुई. 1953 में प्रवासी बंग साहित्य सम्मेलन का नाम निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन कर दिया गया.
कई हस्तियां रह चुकी हैं संरक्षक
रवींद्रनाथ टैगोर, काजी नजरुल इसलाम, जगदीश चंद्र बोस, विभूति भूषण बंद्योपाध्याय, अमर्त्य सेन जैसे नामी हस्तियां सम्मेलन का संरक्षक रह चुके हैं. जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जनरल करियप्पा व श्री राजगोपालाचारी सम्मेलन के अधिवेशन में सम्मिलित हो चुके हैं.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी रह चुके हैं अध्यक्ष
निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन के वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य तथा राष्ट्रीय महासचिव जयंतो घोष हैं. कविगुरु रवींद्र नाथ टैगोर सम्मेलन के संस्थापक अध्यक्ष थे. वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नौ साल तक संस्था के अध्यक्ष रहे. राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया था. 1955 में जमशेदपुर शाखा की स्थापना. निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन की जमशेदपुर शाखा 1955 में शुरू हुई. परितोष भट्टाचार्य के नेतृत्व में अजीत कुमार बागची, गोपाल राय, रवींद्र नाथ सोम, वीणा दत्त राय, अजीत कुमार घोष आदि ने शुरुआत की. तब इसके 30 सदस्य थे, वर्तमान में 6 सौ सदस्य हैं.