जमशेदपुर: टाटा स्टील के सेफ्टी एंड इरगॉनॉमिक व टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट विभाग ने शॉप फ्लोर कर्मचारियों तथा प्रबंधन के बीच प्रभावी संचार प्रणाली की स्थापना को लेकर मंथन नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है.
टाटा स्टील के स्टीलेनियम हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों के बीच कार्यस्थल में स्लिप-ट्रिप-फॉल की रोकथाम के लिए चल रहे अभियान के प्रति जागरूकता पैदा करना और कार्यस्थल पर सुरक्षा की संस्कृति को प्रोत्साहित करना था. इस साल हुए एलटीआइ के विश्लेषण और विभिन्न घटनाओं पर चर्चा के बाद इसकी जरूरत महसूस की गयी. इस कार्यक्रम के जरिये घटनाओं के कारणों को समझने और कार्यस्थल पर एलटीआई को कम करने पर जोर दिया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत में टीक्यूएम के आर श्रीकीर्ति और चंद्रा शरण ने मंथन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी. टाटा स्टील के चीफ कॉरपोरेट सेफ्टी श्याम सुंदर ने स्वागत संबोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से संगठन में संचार प्रणाली को मजबूती मिलती है. उन्होंने उपस्थित लोगों से पूर्व में घटित एलटीआइ की विभिन्न घटनाओं के संबंध में सुझाव मांगे. विचार मंथन सत्र में जहां कर्मचारियों ने विभिन्न समूहों में प्रेजेंटेशन के माध्यम से फिसलन को समाप्त करने, बेहतर हाउस-कीपिंग और रखरखाव पर अपने सुझाव दिये. सर्वश्रेष्ठ सुझाव देने वाले प्रतिभागियों के समूह को पुरस्कृत किया गया.
मंथन के समापन समारोह के दौरान विलास एन गायकवाड (सेफ्टी विभाग) ने कार्यस्थल पर सफाई अभियान चलाने और प्लांट के हर कोने को एक आदर्श कार्यस्थल बनाने पर जोर दिया. प्रतिभागियों द्वारा दिए गये प्रेजेंटेशन के मूल्यांकन में श्री राणादीप दास, हेड प्रोसेस सेफ्टी, श्री बीएन चौधरी और श्री महेन्द्र सिंह ने भूमिका निभायी.