जमशेदपुर: मदरसा फैजुल उलूम प्रबंधन पर कुव्यवस्था का आरोप लगाते हुए करीब 200 छात्रों ने रविवार को मदरसा से धातकीडीह मुख्य मार्ग को टायर जलाकर जाम कर दिया.
सूचना मिलने पर पुलिस जवानों के साथ पहुंची डीएसपी जसिंता केरकेट्टा और बिष्टुपुर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने छात्रों को काफी देर तक समझाया. करीब साढ़े तीन घंटे के बाद पुलिस ने जाम नहीं हटाने पर छात्रों को बुरे अंजाम की चेतावनी दी. इसके बाद छात्रों ने सड़क जाम हटाया. घटना के बाद मदरसा प्रबंधन ने एक सप्ताह के लिए शिक्षण संस्थान बंद करने का नोटिस लगा दिया. मदरसा खुलने की तिथि की घोषणा बाद में की जायेगी. इसके बाद छात्रों का दाखिला होगा. झारखंड-बिहार में मदरसा के छात्रों की ओर से प्रबंधन के खिलाफ पहली बार इस तरह विरोध प्रदर्शन किया गया है.
गौरतलब हो कि मदरसा प्रबंधन और छात्रों के बीच कई दिनों से विवाद चल रहा था. शनिवार को भी मदरसा में हंगामा भी हुआ था. इस घटना के बाद रविवार को मदरसा इंतजामिया कमेटी के महासचिव सचिव हाफिज हासिम कादरी सिद्दकी के नेतृत्व में एक बैठक की गयी. आरोप है कि बैठक में कुछ बाहरी लोगों को भी आमंत्रित किया गया था. छात्रों को जानकारी मिली कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है. इसके बाद मुजीब रजा, रजाउल इसलाम, सद्दाम के नेतृत्व में छात्र हॉस्टल से नारेबाजी करते हुए बाहर निकलने लगे. पहले कार्यालय में छात्रों ने हंगामा किया, इसके बाद धातकीडीह मुख्य मार्ग पर धरना देने लगे.
आरोप है कि बैठक में पहुंचे छात्रों ने मांगों को स्वीकृति देने को कहा. प्रबंधन का कहना था कि यह तरीका ठीक नहीं है. इसके बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. मदरसा के शिक्षकों और कर्मचारियों ने छात्रों को हॉस्टल में जाने को कहा. बताया गया कि उनकी बातों पर विचार किया जायेगा, लेकिन छात्र अपनी जिद पर अड़े रहे.