जमशेदपुर : डाउन मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस (12859) के एस-7 कोच से सोमवार की सुबह नौ बजे टाटानगर स्टेशन पर नशाखुरानी गिरोह के शिकार नौ यात्रियों को नशे की हालत में उतारा गया. सभी पश्चिम बंगाल के अलग-अलग क्षेत्र के निवासी हैं. इनमें से दो की हालत गंभीर है. सभी को रेल पुलिस ने इलाज के लिए महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल में भरती कराया गया है.
घटना के 10-12 घंटे बाद होश में आये तीन-चार युवकों ने बताया कि मुंबई से ही नशाखुरानी गिरोह के दो सदस्य (दोनों हमउम्र) हमारे साथ बंगला में बातचीत करते हुए काफी घुल मिल गये. रविवार की रात गोदिंया स्टेशन पहुंचने के बाद हम सोने की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने सभी से मिरिंडा (कोल्ड ड्रिंक्स) पीने का अनुरोध किया. हम कोल्ड ड्रिंक्स पीकर बर्थ पर चले गये. हमारे बेसुध होने के बाद दोनों हमारे पास से करीब पांच लाख के सामान व नकद लूटकर फरार हो गये. पीडि़तों ने बताया कि नशाखुरानी गिरोह के दोनों लोग एस-7 के 64 नंबर बर्थ पर थे.
* स्केच बनाने की तैयारी में पुलिस
पीडि़त युवकों ने बताया कि दोनों में से एक ने अपना नाम अहमद (बंगाल निवासी)पेशा से ड्राइवर बताया. दूसरे ने अपना नाम हसन (बिहार निवासी), पेशे से दर्जी बताया था. पीडि़तों ने दोनों का चेहरा जीवनभर नहीं भूलने की बात कहते हुए उसका स्केच तैयार करने में पुलिस की मदद करने की बात कही है.
* टाटा स्टील के लोको कर्मचारी की हत्या
जमशेदपुर : टाटा स्टील के आरएमएम के लोको में ग्राउंड क्रू स्थायी कर्मचारी सत्यदेव यादव (47) को जुगसलाई मकदम के केबिन नंबर-एक के पास अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. उन पर उस समय हमला हुआ, जब वे शाम सात बजे के आसपास टाटा स्टील से कोयला और मिनरल्स की अनलोडिंग कर लोको ट्रेन (मालगाड़ी) लेकर बाहर आ रहे थे. इसी बीच अपराधियों ने केबिन एक के पास लोको पर चढ़ कर उनको गोली मारी. उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी, लेकिन फिर भी टीएमएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही सत्यदेव यादव के घर (बारीडीह) में कोहराम मच गया. टाटा स्टील के पदाधिकारी और कर्मचारी भी सकते में हैं. घटना की जांच शुरू कर दी गयी है. जानकारी के मुताबिक सत्यदेव यादव बी शिफ्ट में काम करने आये थे. शाम करीब सात बजे कंपनी परिसर से उनके लोको ड्राइवर सरोज कुमार लोको लेकर बाहर निकल रहे थे.
जुगसलाई मकदम से आगे केबिन नंबर एक के पास अनलोड लोको को शंटिंग यार्ड में रखने ही जा रहे थे कि कुछ अपराधी उनके पास आये और उन पर फायरिंग कर दी. एक गोली उनके दाहिने कंधे में लगी और वे वहीं मूर्छित हो गये. आनन-फानन में कुछ दूरी पर स्थित सुरक्षाकर्मियों को लोको ड्राइवर ने आवाज लगायी और उनकी मदद से उसको तत्काल टीएमएच ले जाया गया, जहां उनकी मौत होने की पुष्टि कर दी गयी.
इधर घटना की सूचना पाकर टाटा स्टील के उच्चाधिकारियों के अलावा टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी और अन्य लोग आये. सूचना पाकर सिटी एसपी कार्तिक एस भी पूरे दल बल के साथ घटनास्थल पर गये और छापामारी शुरू की, लेकिन देर रात तक पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा था.