जमशेदपुर: टीबी रोगियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने खासमहल स्थित सदर अस्पताल के पास मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) टीबी अस्पताल खोलने की स्वीकृति दे दी है. विभाग को बिल्डिंग व संसाधन उपलब्ध कराने के लिए 10 लाख रुपये उपलब्ध कराये गये हैं. टीबी रोग विभाग के पदाधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार भगत ने बताया कि एमडीआर टीबी अस्पताल 10 बेड का होगा.
इसमें पांच महिलाओं के लिए व पांच पुरुषों के लिए उपलब्ध रहेगा. अस्पताल में पूरे कोल्हान के मरीजों का इलाज किया जायेगा. सेंटर के निर्माण के लिए इंजीनियरिंग सेल ने काम शुरू कर दिया है. बताया गया है कि दो माह के अंदर अस्पताल बन कर तैयार हो जायेगा. इंजीनियरिंग सेल को निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करा दी गयी है.
क्या है एमडीआर टीबी. एमडीआर टीबी के मरीज वो हैं, जो टीबी की दवा बीच में छोड़ देते हैं. इलाज सही तरह से नहीं होने पर उनके शरीर में संक्र मण और तेजी से बढ़ जाता है. ऐसे मरीजों का इलाज 24 माह तक चलता है. इसके लिए मरीज को एक सप्ताह वार्ड में भरती रखना पड़ता है.
साकची में पहले से है टीबी अस्पताल
सामान्य टीबी मरीजों के इलाज के लिए साकची में पहले से टीबी अस्पताल चल रहा है. यहां 10 बेड की सुविधा है. इस संबंध में टीबी विभाग के पदाधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार भगत ने बताया कि यहां जरनल मरीजों का इलाज किया जाता है. यह आगे भी जारी रहेगा. सदर अस्पताल के पास बनने वाले अस्पताल में एमडीआर टीबी से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जायेगा क्योंकि जरनल व एमडीआर टीबी के मरीज को एक साथ नहीं रखा जा सकता है.