जमशेदपुर: टाटा स्टील नये उत्पाद बनायेगी. कोरस की तर्ज पर भारत में भी इस तरह के उत्पाद को भारत में बढ़ावा देगी. उक्त बातें टाटा स्टील की वार्षिक आमसभा में उभर कर आयी. गुरुवार को मुंबई के मातोश्री भवन में टाटा स्टील की वार्षिक आमसभा (एजीएम) हुई.
इसमें सबसे पहले टाटा स्टील के नये एमडी टीवी नरेंद्रन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (इडी) कौशिक चटर्जी के मनोनयन का प्रस्ताव लाया गया, जिसको मंजूरी दे दी गयी. सभी ने नये एमडी और इडी से अपेक्षा की कि कंपनी को तेजी से आगे ले जाने में अहम भूमिका निभायेंगे.
इस दौरान चेयरमैन सायरस मिस्त्री और तमाम शेयर होल्डरों ने टाटा स्टील के पूर्व एमडी हेमंत मधुसूदन नेरूरकर के कार्यकाल की सराहना की और बताया कि उनके कार्यकाल में कंपनी ने काफी चुनौतियों को पार किया. इस दौरान सभी लोगों को चेयरमैन सायरस मिस्त्री ने बताया कि टाटा स्टील का भारत में दूसरा बड़ा संयंत्र कलिंगानगर 2015 तक अस्तित्व में आ जायेगा और इसके जरिये उत्पादन शुरू हो जायेगा. श्री मिस्त्री से शेयर होल्डरों ने पूछा कि कोरस खरीदकर कंपनी ने अपना नुकसान क्यों कराया. कोरस के कारण कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस दौरान सायरस मिस्त्री ने बताया कि अभी कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है और निकट भविष्य में यह कंपनी आर्थिक तौर पर मुनाफा देने लगेगी. इस दौरान कंपनी ने शेयर होल्डरों को 12 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने की घोषणा की, जिसको लेकर भी सवाल पूछे गये और कहा गया कि जब अधिकारियों का वेतन बढ़ा तो डिविडेंड क्यों कम बढ़ाया गया है. कुल 35 सवाल का जवाब सायरस मिस्त्री ने दिया. शेयर होल्डरों ने कहा कि 2007-2008 में डिविडेंड 16 रुपये प्रति शेयर दिया गया था और अब सीधे तौर पर 50 फीसदी की कमी ला दी गयी है, जो गलत है. कुल डिविडेंड की राशि 876.97 करोड़ रुपये के करीब होगी, जो कंपनी की आमदनी का 18 फीसदी है.