जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में बकाया वेतन की मांग को लेकर गुरुवार को आउटसोर्स नर्सें हड़ताल पर रहीं. संवेदक द्वारा बकाये वेतन का भुगतान कर देने के बाद हड़ताल खत्म कर दी गयी. हालांकि छह घंटों तक की गयी हड़ताल से अस्पताल के मरीज परेशान रहे. 570 बेड के एमजीएम अस्पताल में मात्र 47 स्थायी नर्सें हैं.
अस्पताल आउटसोर्स नर्सों के भरोसे संचालित होता है, उनके अचानक हड़ताल पर जाने से वार्ड में एक भी नर्स नहीं रह गयी थी. मरीजों को स्लाइन चढ़ाने से लेकर बदलने और वार्ड ट्रांसफर करने का काम प्रभावित हो रहा था.
एमजीएम में शिवा प्रोटेक्शन एजेंसी के अधीन आउटसोर्स पर 240 नर्सें काम कर रही है. उनका अक्तूबर और नवंबर माह का आधा भुगतान ही किया गया था जबकि दिसंबर माह में भी 240 में से सिर्फ 178 नर्सों का ही वेतन भुगतान हुआ था. तीन दिन पूर्व ही नर्सों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी. गुरुवार को वेतन भुगतान नहीं होने पर सुबह नौ बजे बिना कुछ बोले नर्सें हड़ताल पर चली गयी. अचानक नर्सों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की पूरी व्यवस्था चरमरा गयी.
हालांकि अधीक्षक की पहल पर एजेंसी ने नर्सों को वेतन का तत्काल भुगतान कर दिया है. बताया जाता है कि ऑनलाइन ट्रांसफर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण भुगतान रुका है. भुगतान का स्टेटमेंट दिखाये जाने के बाद दोपहर तीन बजे से नर्सें काम पर लौट गयी.