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ठंड में इमरजेंसी के मरीजों को नहीं मिल रहा कंबल

चंद्रशेखर, जमशेदपुर : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में इन दिनों इमरजेंसी के मरीजों को मांगने पर कंबल नहीं मिल रहा है. मरीज के परिजन घर से कंबल लाकर काम चला रहे हैं. यहां तक कि बेड नहीं मिलने पर जमीन पर लेटा कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. हालांकि कर्मचारियों […]

चंद्रशेखर, जमशेदपुर : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में इन दिनों इमरजेंसी के मरीजों को मांगने पर कंबल नहीं मिल रहा है. मरीज के परिजन घर से कंबल लाकर काम चला रहे हैं. यहां तक कि बेड नहीं मिलने पर जमीन पर लेटा कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. हालांकि कर्मचारियों का दावा है कि कंबल दिया जाता है लेकिन मरीज खुद कंबल लेने से इनकार कर देते हैं. मरीज अपने साथ कंबल भी लेते जाते हैं : एक तरफ अस्पताल में मरीजों को कंबल नहीं मिल रहा है.

दूसरी तरफ अस्पताल उपाधीक्षक का दावा है कि अस्पताल में कंबल की कोई कमी नहीं है. वहीं अगर कर्मचारियों की माने तो कई मरीज अस्पताल का कंबल न लेकर अपने घर से लाये कंबल ही ओढ़ते हैं. जबकि कर्मचारियों का यह भी कहना है कि मरीजों को कंबल तो उपलब्ध कराया जाता है लेकिन कई मरीज डिस्चार्ज होने के साथ अस्पताल का कंबल भी लेकर चले जाते हैं.
असुविधाओं का अस्पताल
540 बेड के अस्पताल में सुविधाएं कम असुविधायें ज्यादा हैं
पूरे अस्पताल में पीने के पानी की किल्लत बनी रहती है
इमरजेंसी वार्ड से लेकर ओपीडी तक ओवरलोड नजर आता है
हर वार्ड में बरामदे के नीचे बिना बेड के या बैठने की कुर्सी पर मरीजों का इलाज होता है
नंबर लगाने से लेकर दिखाने तक में करना पड़ता है लंबा इंतजार
अस्पताल का अपना ऑक्सीजन प्लांट नहीं
साफ-सफाई का उचित इंतजाम नहीं, हर जगह कचरे का अंबार
शौचालय से लेकर नालियाें तक का बुरा हाल
लचर पार्किंग व्यवस्था
दवाओं से लेकर अन्य आवश्यक जांच के लिए बाहर जाना पड़ता है
दो दिनों से मेरा मरीज इमरजेंसी में भर्ती है. कंबल मांगने पर कर्मचारियों ने कहा कि नहीं है. घर से कंबल लाकर दिया हूं.
जोबा
इमरजेंसी में मरीजों को कंबल नहीं दिया जा रहा है. इस कारण घर से कंबल लेकर आना पड़ रहा है.
नीतू कौर
तीन दिनों से परिजन इमरजेंसी में भर्ती है. रात को ठंड लगने पर कर्मचारियों से कंबल मांगती रहीं लेकिन नहीं मिला.
शंकर कंसारी
इमरजेंसी में कुछ मरीजों को कंबल दिये गये हैं, लेकिन अधिकतर को नहीं मिला. मैंने मांगा तो कहा कि कंबल नहीं है.
देवला मुर्मू
एमजीएम के प्रशासनिक भवन के नीचे तल्ले में हो रहा अल्ट्रासाउंड : एमजीएम अस्पताल परिसर में चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर को ऊपरी तल्ले से नीचे तल्ले पर कर दिया गया है. इसके पहले ऊपरी तल्ले पर होने के कारण गंभीर मरीजों व गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने जाने में काफी परेशानी हो रही थी.
प्रशासनिक भवन में लिफ्ट भी नहीं होने के कारण गंभीर मरीजों को उनके परिजनों द्वारा सीढ़ी से उठाकर ले जाया करते थे. इसके नीचे आ जाने से उन मरीजों को काफी सुविधा मिल रही है. खासकर उन गर्भवती महिलाओं को ज्यादा फायदा हो रहा है, जिनको सीढ़ी चढ़ने में काफी परेशानी हो रही थी.
तीन वर्षों की मरीजों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने मांगी : एमजीएम अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने अधीक्षक डॉ संजय कुमार को पत्र लिखकर मांगी है. पत्र में कहा गया है कि तीन वर्षों के अंदर किस विभाग में कितने मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे, इसमें से कितने मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया, वहीं का ओपीडी में इलाज कर घर भेज दिया गया, इसकी रिपोर्ट दें.
साथ ही सर्जरी, आर्थो, गायनिक, बर्न, इएनटी व आइ विभाग में कितने मेजर व नॉर्मल ऑपरेशन तीन वर्षों में हुए इसकी भी रिपोर्ट मांगी गयी है, ताकि पता चल सके कि कितने प्रति वर्ष कितने मरीजों का इलाज अस्पताल में हो रहा है. वहीं, विभाग द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने को लेकर अस्पताल के सभी विभागाध्यक्षों से डाटा मांगा गया है. इसके पहले भी विभाग द्वारा कई बार रिपोर्ट मंगायी जा चुकी है.

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