जमशेदपुर: लालकृष्ण आडवाणी बड़े नेता हैं. मुङो नहीं लगता कि वे सत्तालोलुप हैं. वे त्याग कर सकते हैं. उन्हें चाहिए कि वे भाजपा का संरक्षण करें. ये बातें गुरुवार को जमशेदपुर दौरे पर आये भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने प्रेसवार्ता में कहीं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की बात पर सिर्फ राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी का ही जिक्र क्यों होता है.
राहुल गांधी जिस तरह अपरिपक्व हैं, उसी तरह नरेंद्र मोदी को भी काफी कुछ सीखने की जरूरत है. एक गुजरात पूरा भारत नहीं होता है. कांग्रेस और भाजपा में भी कई नेता हैं. शरद यादव सरीखे नेता भी हैं, जो प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं.
आदिवासियों के हितैषियों ने ही लूटा
श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि झारखंड में कई कारणों से स्थिति नहीं सुधरी है. राज्य गठन के समय लगा था कि काफी कुछ बेहतर होगा, लेकिन निराशा हाथ लगी.
आदिवासियों के हितैषियों ने ही राज्य को लूट लिया. जहां तक आदिवासी मुख्यमंत्री की बात है, तो यह ठीक है कि अंतिम व्यक्ति तक सारी सुविधाएं पहुंचायी जायें. इसके लिए काम होना चाहिए, जो यहां नहीं हो पाया है.
आदिवासियों को खदानों में मिल्कियत मिले
श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि आदिवासियों को खदानों में मिल्कियत हर हाल में मिलनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर नुकसान होगा. आदिवासियों की जमीन पर खदान लगायी गयी और उनको ही बेदखल कर दिया गया. यह पूरी तरह गलत है.
आइपीएल फ्रॉड लीग है
आइपीएल पर टिप्पणी करते हुए श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि यह फ्रॉड लीग है. इसमें सिर्फ लूटपाट ही मची हुई है. यह क्रिकेट को बरबाद करने वाला है.
महाराजगंज उपचुनाव परिणाम चौंकाने वाला नहीं
महाराजगंज उपचुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया में श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि यह परिणाम चौंकाने वाला नहीं है. जदयू प्रत्याशी इसलिए हारे क्योंकि पार्टी आत्ममुग्ध हो गयी थी. शिक्षा कर्मियों ने उनको हराने के लिए व्यापक अभियान छेड़ रखा था.
भाजपा-कांग्रेस दोनों एक जैसी
एक सवाल के जवाब में श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों एक जैसी ही लगती हैं.