जमशेदपुर : डिमना लेक के दूसरे छोर में बोड़ाम क्षेत्र के बोंटा में प्रस्तावित इको टूरिज्म बनाने की योजना लगभग ढाई साल के प्रयास के बाद दम तोड़ चुकी है. एलिफेंट कोरिडोर होने तथा वन विभाग की कई तरह की आपत्तियों के बाद जिला प्रशासन ने पर्यटन विभाग को उसके रद्द करने का प्रस्ताव भेज दिया है. उस राशि से आसपास के विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू करने की अनुशंसा भेजी गयी है.
पर्यटकों को आकर्षित करने तथा कई तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा जिले में इको टूरिज्म सेंटर बनाने की योजना तैयार की थी. इसके लिए बोंटा गांव के पास 0.47 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी थी. पर्यटन विभाग ने सेंटर बनाने के लिए 99 लाख रुपये दिये थे.
योजना के तहत टूरिज्म सेंटर(कैंप) में पर्यटकों को आकर्षित करने, उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए झोपड़ी, साइकिलिंग, मछली मारने, लेक किनारे बैठने, फोटोग्राफी, एडवेंचर, ट्रैकिंग, पाथ-वे की योजना बनायी गयी थी, जिसका डीपीआर बनाने का जिम्मा कला मंदिर को दिया गया था. साथ ही धुआं मुक्त खाना बनाने के लिए सोलर कुकर की व्यवस्था करने की योजना थी. इको टूरिज्म सेंटर बनाने के लिए पदाधिकारियों ने कई बार दौरा किया था.
एलिफेंट कॉरिडोर क्षेत्र में इको टूरिज्म सेंटर को लेकर वन विभाग की कई तरह की आपत्ति होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा बैठक में सेंटर बनाने की जिम्मेदारी वन विभाग को सौंप दी गयी थी, लेकिन इस पर काम शुरू नहीं हो सका, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा इसे रद्द करने का निर्णय लिया गया अौर प्रस्ताव पर्यटन विभाग को भेज दिया गया है.