जमशेदपुर: टाटा स्टील में वेज रिवीजन समझौता पर गुरुवार को फिर से मीटिंग शुरू होगी. मैनेजमेंट – यूनियन के बीच पूर्व में कई दौर की वार्ता हुई है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है. अगर अगले दो दिनों में समझौता हो गया तो ठीक, नहीं तो फिर से यह मामला लटक सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, एमडी टीवी नरेंद्रन शहर से बाहर जा सकते हैं. बुधवार को वेज रिवीजन को लेकर किसी तरह की कोई मीटिंग नहीं हो पायी ,क्योंकि सारे पदाधिकारी झारखंड हाईकोर्ट में चुनाव को लेकर होने वाली सुनवाई में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर का रोल हुआ अहम. वेज रिवीजन समझौता के तहत टाटा स्टील के एमडी के स्तर पर तो बातचीत हो चुकी है, परंतु यह मामला चूंकि वित्तीय है और सीधे तौर पर वित्तीय मामला कंपनी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर से जुड़ा हुआ है तथा एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी की हरी झंडी के बाद ही किसी तरह का समझौता संभव हो सकता है. इसलिए एग्जिक्यूटिव डायरक्टर का रोल इस मामले में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. हालांकि, वर्तमान में यूनियन सिर्फ एमडी और वीपी एचआरएम के स्तर पर ही बातचीत कर रही है.
एनएस ग्रेड की बेहतरी, एसोसिएट्स पर चुप्पी
सूत्रों के मुताबिक, इस बारे के वेज रिवीजन समझौता में एनएस ग्रेड का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. उनके बारे में बातचीत भी चल रही है. मैनेजमेंट – यूनियन उनके मसले पर उदार दिख रही है. लेकिन एसोसिएट्स कल्चर के कर्मचारियों के मुद्दे पर चुप्पी साध ली है. बताया जाता है कि एसोसिएट्स मामले में यूनियन नेतृत्व ने कहा था कि उनकी समस्याओं को ग्रेड रिवीजन में दूर किया जायेगा, लेकिन अब तक उसका रास्ता तैयार होता नजर नहीं आ रहा है.एसोसिएट्स पद से चुनाव जीतकर आने वाले यूनियन पदाधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है. वे अब तक दबाव नहीं बना पाये है.
एनएस ग्रेड का रखें ख्याल : कमेटी मेंबर
कमेटी मेंबर संतोष सिंह, संजय सिंह और अजय चौधरी ने डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू से मुलाकात की. कमेटी मेंबरों ने आग्रह किया कि एनएस ग्रेड के मसले को दूर किया जाये और उनको टेप्स समेत अन्य सुविधाएं दिलायी जाये. डिप्टी प्रेसीडेंट ने एनएस ग्रेड के मसले पर गंभीरता से बातचीत होने का आश्वासन कमेटी मेंबरों को दिया.
सूत्रों के मुताबिक, एमडी टीवी नरेंद्रन शहर से बाहर जा सकते हैं. बुधवार को वेज रिवीजन को लेकर किसी तरह की कोई मीटिंग नहीं हो पायी ,क्योंकि सारे पदाधिकारी झारखंड हाईकोर्ट में चुनाव को लेकर होने वाली सुनवाई में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर का रोल हुआ अहम. वेज रिवीजन समझौता के तहत टाटा स्टील के एमडी के स्तर पर तो बातचीत हो चुकी है, परंतु यह मामला चूंकि वित्तीय है और सीधे तौर पर वित्तीय मामला कंपनी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर से जुड़ा हुआ है तथा एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी की हरी झंडी के बाद ही किसी तरह का समझौता संभव हो सकता है. इसलिए एग्जिक्यूटिव डायरक्टर का रोल इस मामले में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. हालांकि, वर्तमान में यूनियन सिर्फ एमडी और वीपी एचआरएम के स्तर पर ही बातचीत कर रही है.
एनएस ग्रेड की बेहतरी, एसोसिएट्स पर चुप्पी
सूत्रों के मुताबिक, इस बारे के वेज रिवीजन समझौता में एनएस ग्रेड का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. उनके बारे में बातचीत भी चल रही है. मैनेजमेंट – यूनियन उनके मसले पर उदार दिख रही है. लेकिन एसोसिएट्स कल्चर के कर्मचारियों के मुद्दे पर चुप्पी साध ली है. बताया जाता है कि एसोसिएट्स मामले में यूनियन नेतृत्व ने कहा था कि उनकी समस्याओं को ग्रेड रिवीजन में दूर किया जायेगा, लेकिन अब तक उसका रास्ता तैयार होता नजर नहीं आ रहा है.एसोसिएट्स पद से चुनाव जीतकर आने वाले यूनियन पदाधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है. वे अब तक दबाव नहीं बना पाये है.
एनएस ग्रेड का रखें ख्याल : कमेटी मेंबर
कमेटी मेंबर संतोष सिंह, संजय सिंह और अजय चौधरी ने डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू से मुलाकात की. कमेटी मेंबरों ने आग्रह किया कि एनएस ग्रेड के मसले को दूर किया जाये और उनको टेप्स समेत अन्य सुविधाएं दिलायी जाये. डिप्टी प्रेसीडेंट ने एनएस ग्रेड के मसले पर गंभीरता से बातचीत होने का आश्वासन कमेटी मेंबरों को दिया.