जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन की आमसभा और चुनाव के मामले की सुनवाई बुधवार को होगी. सुनवाई में भाग लेने के लिए अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा समेत कई कमेटी मेंबर रांची पहुंच चुके हैं. वहीं, विपक्ष के कई लोग रांची में कैंप किये हुए हैं.
हालांकि, शिकायतकर्ता (कमेटी मेंबर) धर्मेद्र उपाध्याय रांची नहीं गये हैं. यूनियन अध्यक्ष की ओर से पटना से आये हुए वकील केस लड़ेंगे. उनकी ओर से केस लड़ने वालों में अभय कुमार सिंह, जीतेंद्र कुमार, आनंद सेन समेत अन्य शामिल हैं. वहीं, विपक्ष की ओर से पूर्व महाधिवक्ता अनिल कुमार सिन्हा, इंद्रजीत सिन्हा, संजय द्विवेदी समेत अन्य लोग केस की पैरवी करेंगे.
रांची में होना जरूरी नहीं : धर्मेद्र
इस बारे में शिकायतकर्ता धर्मेद्र उपाध्याय ने बताया कि केस लड़ने के लिए रांची में होना जरूरी नहीं है. केस अधिवक्ता लड़ेंगे. हमें भरोसा है कि जरूर न्याय मिलेगा.
न्यायालय में पैसा की बरबादी रोकें : सुबोध
सत्ता और विपक्ष द्वारा मजदूरों का पैसा न्यायालय में बरबाद किया जा रहा है. यूनियन की इमारत को अब्दुल बारी जैसे नेताओं ने खड़ी की थी, लेकिन वर्तमान कार्यकाल सिर्फ कोर्ट कचहरी में ही बिता दिया जा रहा है. जबकि केंद्र की नियमावली के अनुसार तीन साल में चुनाव कराना चाहिए था, जिसके लिए संविधान संशोधन सबसे पहले सत्ता में आते ही करना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिस कारण 75 फीसदी समय यूनियन का कोर्ट में बरबाद हो रहा है. कई व्यक्तिगत काम हैं, उसको काफी नुकसान हो रहा है. कई विभागों का काम हो सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है.