जमशेदपुर: दशकों से लौहनगरी की माटी में बांग्ला संस्कृति की खूशबू बिखरनेवाले सबुज कल्याण संघ की नींव 6 जून 1946 को टाटा मोटर्स (टेल्को) के जेनरल मैनेजर सुमंत मूलवांकर और संस्थापक सह अध्यक्ष चिन्मय देव के नेतृत्व में नौ सदस्यों ने रखी गयी थी. तब से लगातार यह संस्था कला-संस्कृति, खेलकूद, बांग्ला संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है.
पश्चिम बंगाल से बांग्ला जात्र को शहर के धरातल पर लाने का श्रेय भी इस संस्था को प्राप्त है. संघ ने बांग्ला भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए बांग्ला माध्यम के स्कूल की शुरुआत की. बाद में इसे अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित किया गया. यहां वर्तमान में नर्सरी से कक्षा छह तक की पढ़ाई होती है. संघ खेलकूद को प्रोत्साहन देता रहा है.
पूर्व कमेटी के सदस्य : संस्थापक व अध्यक्ष (1946-48) चिन्मय देव, कमेटी के अन्य सदस्य : निरंजन सोम, अनिल चौधरी, अजीत बोस, अनिल भट्टाचार्य, बीकेधर राय, मनोरंजन घोषाल, रूणु बोस आदि.
1954 में बना विशाल विजय मंचत्न भवन निर्माता विजय कुमार धौर ने मंच को नया रूप दिया और सांस्कृतिक मंच ‘विजय मंच’ का निर्माण हुआ. विजय कुमार के नाम से मंच का नामकरण भी हुआ. इस विशाल मंच में 1700 से ज्यादा दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है.