जमशेदपुर : घाटशिला के घायल सत्य रंजन दास का अॉपरेशन करने से एमजीएम अस्पताल के डॉक्टराें ने रविवार काे इनकार कर दिया. इसकी जानकारी परिवार के लोगों ने झामुमाे जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन काे दी. सूचना पाकर रामदास साेरेन अपने समर्थकाें के साथ एमजीएम पहुंचे.
Advertisement
जमशेदपुर : व्यवस्था नहीं होने की बात कह डॉक्टर ने अॉपरेशन से किया इनकार, धरने पर बैठे झामुमो जिलाध्यक्ष
जमशेदपुर : घाटशिला के घायल सत्य रंजन दास का अॉपरेशन करने से एमजीएम अस्पताल के डॉक्टराें ने रविवार काे इनकार कर दिया. इसकी जानकारी परिवार के लोगों ने झामुमाे जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन काे दी. सूचना पाकर रामदास साेरेन अपने समर्थकाें के साथ एमजीएम पहुंचे. उन्हें वहां पहुंचने पर जानकारी मिली कि अस्पताल के डॉ जीएस […]
उन्हें वहां पहुंचने पर जानकारी मिली कि अस्पताल के डॉ जीएस बड़ाइक ने लिखित दिया है कि उनके पास अॉपरेशन की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा अॉपरेशन में इस्तेमाल हाेनेवाला अन्य उपकरण भी नहीं है. इतना सुनते ही रामदास साेरेन भड़क गये आैर मुख्य गेट के सामने धरना पर बैठ गये.
धरना के दाैरान अस्पताल, जिला प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू हाे गयी. मामले की जानकारी अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस काे दी, जिसके बाद साकची थाना प्रभारी राजीव कुमार दल-बल के साथ अस्पताल पहुंचे. इस दौरान एमजीएम के अधीक्षक डॉ एसएन झा ने कहा कि व्यवस्था नहीं हाेने के कारण अॉपरेशन से इनकार किया गया था, लेकिन यदि परिवार चाहेगा, ताे उसका अॉपरेशन अस्पताल में ही हाेगा.
इसके लिए तीन दिनाें का वक्त लगेगा. घायल के पैर की टूटी हड्डी काे पहले वजन बांध कर सेट किया जायेगा. सत्य रंजन दास के पास आयुष्मान कार्ड भी था, जिसके बाद अधीक्षक ने सारी व्यवस्था करा कर अॉपरेशन कराने पर सहमति दी. रामदास साेरेन ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है.
जिसके बाद आयुष्मान कार्ड हाेगा, क्या उसी का इलाज हाेगा, बाकी मरीज कहां जायेंगे. उन्हाेंने कहा कि मरीज की स्थिति गंभीर थी, इसलिए धरना काे समाप्त करने का फैसला किया गया. इस मामले में वे उपायुक्त से मिलकर शिकायत दर्ज करायेंगे. देर शाम मरीज के परिजन सत्य रंजन काे लेकर किसी निजी नर्सिंग हाेम में चले गये. उन्हाेंने कहा कि जब आयुष्मान कार्ड से ही इलाज हाेना है, ताे वे एमजीएम के भराेसे क्याें रहें. परिवार के लाेगाें ने किसी निजी अस्पताल में अॉपरेशन कराने की बात कही.
गौरतलब है कि घाटशिला के घोटीडुबा में हाथियों ने सत्य रंजन दास (30) को गंभीर रूप से घायल कर दिया. हाथियाें ने जब उस पर हमला किया, ताे भागने के क्रम में एक हाथी की सूंड में सत्य रंजन का गमछा फंस गया. इससे वह दौड़ते समय गिर गया. बाद में हाथी के उसके बांये पांव पर चढ़ जाने से उसका बांया पैर टूट गया.
घटना के बाद गंभीर अवस्था में उसे इलाज के लिए एमजीएम लाया गया. प्रदर्शन के दौरान पूर्व सांसद सुमन महताे, बाबर खान, बबन राय, जुगल किशाेर मुखी, जीतू सिंह, शेख बदरुद्दीन, प्रमाेद लाल, अजय रजक, गुरमीत सिंह गिल आदि मौजूद थे.
जमशेदपुर : चार वर्ष में भी नहीं बन सका कैथ लैब
जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैथ लैब का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन चार वर्ष बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने एमजीएम के अधीक्षक व प्राचार्य के साथ बैठक की थी, जिसमें प्राचार्य ने बताया था कि कॉलेज में बने रहे कैथ लैब का निर्माण अभी सिर्फ 77 प्रतिशत तक ही पूरा हुआ हो पाया है.
वहीं धीरे-धीरे इसका निर्माण किया जा रहा है. कैथ लैब के निर्माण के लिए सरकार ने वर्ष 2014 में लगभग नौ करोड़ रुपये स्वीकृत किया था, जिसमें से सात करोड़ जारी कर दिया गया है. बाकी के पैसे जारी नहीं होने के कारण काम धीरे-धीरे हो रहा है. प्राचार्य के अनुसार अगर कैथ लैब तैयार हो जाता है, तो एमजीएम में इलाज कराने आने वाले हार्ट के मरीजों की जांच के साथ ही उनका इलाज भी किया जा सकता है.
अस्पताल में सुविधा नहीं होने से बाहर जाते हैं मरीज. एमजीएम में हार्ट की जांच के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को परेशानी होती है. डॉक्टरों द्वारा उनको बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेज दिया जाता है.
इसमें कई ऐसे गरीब मरीज होते हैं, जिनके पास इतना पैसा नहीं होता है कि वे लोग बाहर में जाकर अपना इलाज करा सके. इसको देखते हुए सरकार द्वारा इसका निर्माण कराया जा रहा है. हार्ट के इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण अभी तक अस्पताल के चार डॉक्टरों की जान हार्ट अटैक से
चली गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement