चांडिल : चांडिल के मस्जिद मोहल्ला निवासी मोहम्मद अनवर ईराकी उर्फ ननुआ को 35 साल पुराने मामले में जेल भेजे जाने के गम में उसकी बेटी खुशबू परवीन (17) ने शनिवार शाम करीब चार बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसका शव दुपट्टे के सहारे पंखे से लटका हुआ मिला.
जानकारी के अनुसार, अनवर ईराकी उर्फ ननुआ को 15 दिन पूर्व चांडिल पुलिस ने 1983 के एक मामले में जेल भेज दिया. इसके बाद घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी थी. अनवर ने महिला समूह के माध्यम से बंधन बैंक से लोन ले रखा था जिसे चुकाने के लिए बैंक अधिकारी दबाव डाल रहे थे. परेशान खुशबू पड़ोसियों से एक-दो दिनों से कह रही थी कि वह तंग आ गयी है.
शनिवार शाम घटना से पूर्व वह छत पर बैठकर अकेली रो रही थी. घर में भी कोई नहीं था. इसी दौरान उसने पंखे में दुपट्टे का फंदा डालकर फांसी लगा ली. घटना की सूचना मिलने पर चांडिल पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया. थाना प्रभारी ने बताया कि लड़की की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, मामले की जांच की जा रही है. बताया जाता है कि पिता की गिरफ्तारी पर खुशबू परवीन ने पुलिस से कहा था कि उसके पिता को झूठे मामले में फंसाया गया है इसलिए जेल भेजने के बजाय मामले की जांच की जाये.