19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मैडम! कब मिलेगी ”नरक” से मुक्ति

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव निधि खरे निरीक्षण को आने वाली है. निरीक्षण से पूर्व व्यवस्था को दुरुस्त करने में एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य से लेकर अस्पताल अधीक्षक तक लगे रहे. इन सबके बावजूद एमजीएम में समस्याओं का अंबार है, जो एक दिन की व्यवस्था से ठीक नहीं हो सकता. हर […]

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव निधि खरे निरीक्षण को आने वाली है. निरीक्षण से पूर्व व्यवस्था को दुरुस्त करने में एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य से लेकर अस्पताल अधीक्षक तक लगे रहे. इन सबके बावजूद एमजीएम में समस्याओं का अंबार है, जो एक दिन की व्यवस्था से ठीक नहीं हो सकता. हर साल करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पाती है. दौरे के कारण अधीक्षक ने सभी डॉक्टर व कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है. सभी को समय पर आने का निर्देश दिया गया है.

चार दिन बाद आयी बिजली. एमजीएम अस्पताल के पैथोलॉजी, चर्मरोग विभाग व नर्सिंग स्कूल में सोमवार को चार दिनों के बाद बिजली आयी. इस दौरान डॉक्टरों द्वारा बाहर टेबल लगाकर मरीजों का इलाज किया गया.प्राचार्य ने बैठक कर कमियों की ली जानकारी. स्वास्थ्य सचिव के आने की सूचना के बाद सोमवार एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसी अखौरी ने अस्पताल में सभी विभागाध्यक्ष, अधीक्षक व उपाधीक्षक के साथ बैठक की. उन्होंने अस्पताल में जरूरतों को सूचीबद्ध किया. हर वार्ड से संबंधित कागजात तैयार किये गये है. प्रतिदिन अस्पताल में कितने मरीज आते है, कितने का ऑपरेशन होता है, कितना प्रसव होता है, सभी फाइल तैयार की गयी है.
अस्पताल में जहां-तहां पड़ा है कबाड़
एमजीएम अस्पताल परिसर व वार्ड की छत पर जहां-तहां कबाड़ जमा रखा गया है. बरसात में इसमें पानी जमा होता है और इसमें मच्छर पैदा होते है. अस्पताल के डॉक्टर भी मानते है कि गंदा पानी जमने से मरीजों में संक्रमण तक हो सकता है लेकिन कोई उपाय अब तक नहीं किया गया है.
वार्ड के शौचालय बदहाल
केंद्र सरकार पूरे देश में स्वच्छता अभियान चला रही है. लेकिन एमजीएम में शौचालय बदहाल है. मरीज अस्पताल परिसर के बाहर जाते हैं. इमरजेंसी के शौचालय में दरवाजा तक नहीं है. अस्पताल के किसी भी वार्ड में शौचालय ठीक नहीं है. किसी का दरवाजा नहीं है, तो किसी की बेसिन टूटी है.
वार्ड में टपक रहा पानी संक्रमण का खतरा
मेडिकल वार्ड, गायनिक वार्ड, बच्चा वार्ड में बरसात का पानी टपकता है. इससे मरीजों में हमेशा संक्रमण का खतरा रहता है. छत से पानी रिसने के कारण दीवारों में सीलन है और काई जम गयी है.एक माह से डिजिटल एक्सरे खराब. अस्पताल में लगा डिजिटल एक्सरे लगभग एक माह से खराब है. मरीजों का मैनुअल से एक्सरे किया जा रहा है.
मैनुअल तरीके से बन रही रसीद. अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर में लिंक फेल होने के कारण मैनुअल तरीके से रसीद बन रही है. इससे ओपीडी के मरीजों को काफी परेशानी होती है.
91 सुरक्षागार्ड, फिर भी चोरी.
अस्पताल की सुरक्षा में 41 होमगार्ड के साथ 91 प्राइवेट सुरक्षाकर्मी है. इसके बाद भी वार्ड सहित अन्य जगहों से लगातार चोरी हो रही है. एक माह के अंदर अस्पताल से पांच मोटरसाइकिल सहित आई विभाग से ऑक्सीजन पाइप की चोरी हो गयी. पहले भी आई विभाग से ऑक्सीजन पाइप की चोरी हो गयी थी.
शौचालय के पास जमीन पर पड़ा है मरीज
एमजीएम अस्पताल में लावारिस मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सोमवार को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के शौचालय के पास एक अज्ञात व्यक्ति पड़ा हुआ था. उसका इलाज नहीं किया जा रहा था. हालांकि अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि उसे बेड दिया गया था, साथ ही दवा भी दी गयी थी, लेकिन वह बेड छोड़कर जमीन पर लेटा रहता है.
नये बिल्डिंग में दरार, टपक रहा पानी
अस्पताल के पीजी विभाग के लिए बन रही बिल्डिंग में दरार आने से पानी टपक रहा है. करोड़ों की लागत वाले भवन को हैंडओवर हुए छह माह भी नहीं बीते कि दरार आ गयी. सर्जरी, आर्थो व आई विभाग के एचओडी द्वारा अधीक्षक को इसकी सूचना दी गयी है. बताया गया है कि बिल्डिंग में पानी रिसने के कारण कोई भी विभाग संचालित नहीं किया जा रहा है. अधीक्षक ने भवन निर्माण को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.
कोरिडोर का गिरा प्लास्टर, दो गार्ड बचे
जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल में बरसात के दौरान प्रतिदिन कहीं न कहीं से प्लास्टर टूट कर गिर रहा है. सोमवार को प्रशासनिक भवन व आर्थो विभाग की बिल्डिंग को जोड़ने वाला कोरिडोर का प्लास्टर टूट कर गिर गया. वहीं बगल में बैठे दो प्राइवेट सुरक्षाकर्मी घायल होने से बच गये. इसके पहले ब्लड बैंक, सर्जरी व आर्थो, इमरजेंसी व प्रशासनिक भवन में पलास्टर गिरने की घटना होे चुकी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें