दोपहर 12.30 बजे पहुंची वन विभाग की टीम
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मृत हाथी के बच्चे का सूंड खा गये जंगली जानवर
दोपहर 12.30 बजे पहुंची वन विभाग की टीम पटमदा : दलमा के धुसरा जंगल में गुरुवार को हाथी के मृत बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के बाद पास में ही गड्ढा खोद कर शुक्रवार को दफना दिया गया. हालांकि पूरी प्रक्रिया पूरी करने में काफी देर हुई जिसकी वजह से शव से काफी बदबू आ रही […]
पटमदा : दलमा के धुसरा जंगल में गुरुवार को हाथी के मृत बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के बाद पास में ही गड्ढा खोद कर शुक्रवार को दफना दिया गया. हालांकि पूरी प्रक्रिया पूरी करने में काफी देर हुई जिसकी वजह से शव से काफी बदबू आ रही थी. रात भर शव के जंगल में पड़े रहने के कारण जंगली जानवरों ने उसकी सूंड खा लिये. शरीर के कई हिस्से में खरोंच के निशान थे.
शव देखने के लिए सुबह से ही गांव के महिला-पुरुष व बच्चों की भीड़ लगी थी. दिन के 12.30 बजे वन विभाग की ओर से फॉरेस्ट गार्ड सिमोन टुडू व बालक हांसदा पहुंचे. धुसरा के सबर टोला डांगागरल गांव से चार सबर मजदूरों को साथ लेकर टीम पहुंची. मजदूरों द्वारा शव के पास पांच फीट का गड्ढा खोदा गया. इसके बाद वन विभाग की टीम की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को दफनाया दिया गया. मालूम हो गुरुवार को हाथी के प्रसव होते ही ग्रामीणों ने हाथी के झुंड को खदेड़ना शुरू कर दिया था.
खदेड़ने में फॉरेस्ट विभाग की टीम भी शामिल थी. इसी भागदौड़ में बच्चे की मौत हो गयी. ग्रामीणों द्वारा परेशान किये जाने से हाथियों का झुंड वहां से भाग गया था.
दलमा क्षेत्र ग्राम सभा सुरक्षा मंच के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बेसरा ने कहा कि वन विभाग को हाथियों का ख्याल रखना चाहिए था. दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में हाथियों के लिए सुविधा मुहैया कराने की जरूरत है.
हाथियों ने ली वृद्ध की जान, किशोर का पैर तोड़ा घाटशिला. घाटशिला थाना व चाकुलिया वन क्षेत्र अंतर्गत काड़ाडुबा पंचायत के बांधडीह और गंधनिया तथा भादुआ पंचायत के छोटाजमुना गांव में 15 जंगली हाथियों के झुंड (तीन बच्चे शामिल) ने शुक्रवार को जमकर तांडव मचाया. झुंड ने बांधडीह में सुबह एक वृद्ध की जान ले ली और शाम को छोटाजमुना में एक किशोर को पटककर उसका पांव तोड़ दिया. हाथियों का झुंड जंगल से निकलकर अहले सुबह करीब तीन बजे बांधडीह की सड़क पर आ गया और ग्रामीणों को दौड़ाने लगा. इसी क्रम में गांव के श्यामल चंद्र पाल उर्फ दुखू पाल (65) को हाथियों ने सूंड से पटक दिया और पांव से कुचल दिया, जिससे घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. भागने के क्रम में इसी गांव के जगदीश दास घायल हो गया. हाथियों ने सड़क किनारे खड़ी कई साइकिलों और बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया. वृद्ध की मौत के करीब एक घंटे बाद वन विभाग की टीम हाथीरोधक वाहन और दस्ते के साथ पहुंची और पटाखे फोड़कर हाथियों को खदेड़ा. सुबह करीब साढ़े नौ बजे हाथियों का झुंड गंधनिया होते हुए छोटाजमुना के साल जंगल में चला गया. लेकिन शाम में फिर वह झुंड छोटाजमुना गांव पहुंच गया और वैसे ही तांडव मचाया. इस दौरान एक किशोर नारायण मुर्मू (16) को उठाकर पटक दिया. इससे उसका पांव टूट गया. ग्रामीणों की मदद से उसे अस्पताल लाया गया. जहां से उसे एमजीएम रेफर कर दिया.
दुखू के आश्रितों को मिलेंगे चार लाख : बाधडीह के मृतक श्यामल चंद्र पाल उर्फ दुखू पाल की पत्नी मदोदरी पाल और तीन बेटियां बेहुला पाल, दीपाली पाल और काजल पाल, भाई शिशिर पाल हैं. वन विभाग ने मृतक के आश्रित को चार लाख मुआवजा देने का आश्वासन दिया है.
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