जमशेदपुर : पत्थलगड़ी आदिवासियों की परंपरा है, लेकिन वर्तमान मेें की जा रही पत्थलगड़ी अाम जनता और आदिवासियों के हित में नहीं है. उक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कही. वे बुधवार को टीएमएच में भर्ती पूर्व सांसद बागुन सुम्ब्रुई का हालचाल लेने के बाद प्रेस से बातचीत कर रही थीं. एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने को लेकर राज्यपाल जमशेदपुर गयी थीं. वहां एयरपोर्ट से सीधे टीएमएच गयीं जहां लंबे समय से पूर्व सांसद बागुन सुम्ब्रुई भर्ती हैं. बागुन को देखने के बाद राज्यपाल ने कहा कि बागुन दा की हालत स्थिर है. हम उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
राज्यपाल ने कहा कि पत्थलगड़ी को लेकर उन्होंने राजभवन में 700 मानकी मुंडा, पहाड़ी राजा से मुलाकात व बातचीत की थी. उनको समझाया कि पत्थलगड़ी करना और उसका जो वर्तमान स्वरूप है, वह आदिवासियों व जनता के हित में नहीं है. यह भी कहा कि कुछ लोग पर्दे के पीछे से लोगों को भड़का रहे हैं. ऐसे लोगों से सचेत रहने की जरूरत है. श्रीमती मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समुदाय अपने गांवों का विकास चाहता है. बिजली, सड़क, शिक्षा चाहता है, जिसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. हमे उम्मीद है कि बातचीत के जरिये लोग समझ जायेंगे.
भूख से मौत हुई है या नहीं, यह जांच का विषय
राज्य में भूख से हो रही मौत के मामले में श्रीमती मुर्मू ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है. सरकार कहती है कि भूख से मौत नहीं हुई है. जांच के बाद ही सच्चाई का पता चल पायेगा. जहां तक मुझे जानकारी है, सरकार ने गरीबों को राशन कार्ड दिया है, लोगों को उचित भत्ता व सुविधाएं मिल रही हैं.
समय पर मरीज का इलाज करायें, अस्पताल लायें
राज्यपाल द्रौप्दी मुर्मू ने कहा कि किसी की तबीयत खराब होने पर उसका समय पर इलाज कराना व अस्पताल पहुंचाना चाहिए. अगर अंतिम समय में किसी भी रोगी को अस्पताल लेकर जायेंगे, तो उसे संभालना मुश्किल हो जायेगा. इसे लेकर लोगों को जागरूक होना चाहिए.