कई कॉलेजों में सगे-संबंधियों को किया गया उपकृत, हटाने का नहीं ले पा रहे निर्णय
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घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली के बाद भी गेस्ट फैकल्टी दे रहे सेवा
कई कॉलेजों में सगे-संबंधियों को किया गया उपकृत, हटाने का नहीं ले पा रहे निर्णय वर्कर्स के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने महाविद्यालय के एक अधिकारी पर लगाया आरोप जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता की एक और फेहरिस्त सामने आयी है. पता चला है कि स्वीकृत पद के विरुद्ध रिक्त पदों पर घंटी […]
वर्कर्स के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने महाविद्यालय के एक अधिकारी पर लगाया आरोप
जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता की एक और फेहरिस्त सामने आयी है. पता चला है कि स्वीकृत पद के विरुद्ध रिक्त पदों पर घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली के बाद भी 5000-5000 रुपये में गेस्ट फैकल्टी को रखकर सेवाएं ली जा रही हैं. आरोप है कि शिक्षकों की कमी का हवाला देकर कई कॉलेजों के प्राचार्य व विभागाध्यक्ष अपने सगे-संबंधियों को गेस्ट फैकल्टी में नियुक्ति दे रहे हैं. यह स्थिति तब है, जब विश्वविद्यालय में कई विषयों में पर्याप्त संख्या में घंटी अाधारित शिक्षकों को पदस्थापित कर दिया है. विश्वविद्यालय की ओर से साफ किया गया है कि जिन विषयों में पर्याप्त संख्या में घंटी आधारित शिक्षकों की पदस्थापना हो चुकी है, वहां गेस्ट फैकल्टी की सेवाएं नहीं ली जा सकती, बावजूद पूरा खेल धड़ल्ले से चल रहा है.
विवि की ओर से अब तक इस संबंध में कॉलेजों को लिखित अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. लिहाजा कॉलेजों के प्राचार्य व विभागाध्यक्ष गेस्ट फैकल्टी को कक्षाएं आवंटित कर रहे हैं. पूरे कोल्हान विवि में करीब 150 से अधिक गेस्ट फैकल्टी की बहाली कॉलेज स्तर पर प्राचार्यों की ओर से की गयी है. कुछ विषयों में शिक्षकों की कमी का हवाला देकर पर्याप्त फैकल्टी की संख्या वाले कॉलेजों में भी गेस्ट फैकल्टी को मासिक मानदेय का भुगतान किया जा रहा है. जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हेमंत पाठक ने महाविद्यालय के एक अधिकारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भूगोल विभाग में अपने एक नजदीकी की नियुक्ति कर दी है.
आलम यह है कि संबंधित गेस्ट फैकल्टी विभागाध्यक्ष तक पर भारी पड़ रहा है. विभागाध्यक्ष की ओर से आपत्ति के बावजूद संबंधित पदाधिकारी के दबाव में घंटी आधारित शिक्षकों से इतर इस गेस्ट फैकल्टी को कक्षाएं आवंटित कराई जा रही है.
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