जमशेदपुर : जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में चल रही स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के दाैरान नौ विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की मांग को लेकर गुरुवार को छात्रों ने हंगामा किया. छात्र आजसू के कार्यकर्ता प्राचार्य कक्ष के सामने भूख हड़ताल पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. कॉलेज परिसर में निषेधाज्ञा का हवाला देकर अभाविप के प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की मांग की.
करीब तीन घंटे चले हंगामे के बाद प्राचार्य एवं पुलिस ने धरना दे रहे छात्रों को बाहर निकाला. पुलिस की कार्रवाई से नाराज छात्र आजसू नेता व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हेमंत पाठक ने शरीर पर मिट्टी का तेल गिराकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी. दो छात्रों ने दोनों हाथ पकड़ कर हेमंत को खुद को जलाने से रोका. पूरे घटनाक्रम के दौरान परीक्षा में विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन की ओर से कॉलेज में तैनात मजिस्ट्रेट गायब रहे. हंगामे की सूचना मिलने पर वह कॉलेज पहुंचे.
प्राचार्य लिखेंगे पत्र. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीएन प्रसाद ने कहा कि कॉलेज में परीक्षा हो रही थी. इस दौरान छात्र धरने पर बैठ गये. नारेबाजी और हंगामे से परीक्षा देने वाले छात्रों को परेशानी हुई. हालांकि छात्र आजसू ने दावा किया कि उन्होंने परीक्षा खत्म होने के आठ मिनट बाद नारेबाजी शुरू की. प्राचार्य का कहना था कि छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया गया. कहा कि कॉलेज प्रशासन कोल्हान विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन को परीक्षा में बाधा डालने वालों पर कार्रवाई के लिए विवि को लिखेगा. इसके अलावा परिसर में विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए डीसी व एसएसपी काे पत्र लिखा जाएगा.
कॉलेज ने नौ विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव भेेजा. जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज छात्र संघ, छात्र आजसू तथा अभाविप की आेर से कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की मांग की जा रही थी. इन संगठनों के बीच क्रेडिट लेने की होड़ ने पूरे विवाद को जन्म दिया. इन बीच आंदोलन और मांग-पत्र के आधार पर कॉलेज प्रशासन ने इतिहास, राजनीति शास्त्र, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, उर्दू, हिन्दी, गणित विषय में पीजी की कक्षाएं शुरू करने के लिए विवि से अनुमति मांगी है. फिलहाल कॉलेज में भूगोल व काॅमर्स विषय में पीजी की पढ़ाई हो रही है. कॉलेज ने विवि को भेजे गये अपने प्रस्ताव में कहा है कि वह इन कक्षाअों के लिए शिक्षकों की व्यवस्था करेगा.
कॉलेज में रहा हंगामे का माहौल, हर तरफ अफरा-तफरी थी
परीक्षा के दौरान नारेबाजी और प्राचार्य के कक्ष के बाहर प्रदर्शन के कारण तीन घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. प्राचार्य डॉ बीएन प्रसाद के समझाने पर छात्र नहीं माने. पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला. इसके बाद भी एक घंटे तक विद्यार्थी नारेबाजी करते रहे. छात्र नेता हेमंत पाठक ने उर्दू और अंग्रेजी में पीजी की पढ़ाई बंद करने पर छात्रों का नुकसान होने की बात कही. अभाविप की ओर से भी पत्र कुलपति के नाम प्राचार्य को सौंपा गया. इसके बाद प्राचार्य ने नौ विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने का आवेदन अपनी तरफ से विवि को भेजा.
दो बार छात्रों के बीच हुई मारपीट से परिसर अशांत
छात्र अाजसू का हंगामा शुरू होने से पहले कॉलेज परिसर में इंटरमीडिएट के छात्रों के बीच गुरुवार की सुबह दो राउंड की मारपीट हुई. प्राचार्य डॉ. बीएन प्रसाद ने कहा कि उन्हें इसकी सूचना मिली. कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये वारदात को देखने का प्रयास किया गया लेकिन यह हंगामा सीसीटीवी कैमरे में कहीं कैद नहीं हुआ. लिहाजा विवाद के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर पाना संभव नहीं हो सका.