Advertisement
टाटा स्टील के उत्पादन व बिक्री में 11 % बढ़ोतरी
जमशेदपुर : टाटा स्टील के उत्पादन व सेल्स में 11 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. वित्तीय वर्ष के पहले दिन रविवार को टाटा स्टील की ओर से आंकड़ा जारी किया गया. नये वित्तीय वर्ष की कार्य योजना और बीते वर्ष के प्रदर्शन को लेकर टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन, प्रेसिडेंट आनंद सेन और वाइस […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील के उत्पादन व सेल्स में 11 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. वित्तीय वर्ष के पहले दिन रविवार को टाटा स्टील की ओर से आंकड़ा जारी किया गया. नये वित्तीय वर्ष की कार्य योजना और बीते वर्ष के प्रदर्शन को लेकर टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन, प्रेसिडेंट आनंद सेन और वाइस प्रेसिडेंट सुनील भास्करन ने रुसी मोदी संेटर में संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन कर जानकारी दी.
पेश किये गये आंकड़े के मुताबिक भारत में कंपनी के वार्षिक उत्पादन के आंकड़े के मुताबिक बीते वित्तीय वर्ष 2016-17 में 11.35 मिलियन टन का उत्पादन हुआ था जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में कंपनी के भारतीय संयंत्र में 12.26 मिलियन टन का उत्पादन हुआ. वित्तीय वर्ष 2016-17 में 10.97 मिलियन टन की बिक्री हुई वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष में 12.13 मिलियन टन की बिक्री हुई है.
भारत में स्टील की खपत बढ़ने के साथ टाटा स्टील की भागीदारी बढ़ेगी. एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि भारत में जिस तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर के सेक्टर में काम हो रहा है, उससे स्टील की खपत बढ़ने की संभावना है. भारत में जीडीपी 6 फीसदी है और स्टील 4 से 5 फीसदी खपत हो रही है. वहीं चीन में दस फीसदी जीडीपी के साथ 15 फीसदी स्टील की खपत होती है.
स्टील के बढ़ते इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए कंपनी उत्पादन करना चाहती है. हमारा मानना है कि स्टील का बाजार पांच फीसदी से आगे बढ़ सकता है. श्री नरेंद्रन ने कहा कि चीन से आयात में आयी कमी राहत की बात है.
चार साल में कलिंगानगर प्लांट 8 मिलियन टन का हो जायेगा : एमडी ने बताया कि कलिंगानगर प्लांट को तीन मिलियन टन से बढ़ाकर 8 मिलियन टन किया जाना है. आने वाले चार सालों में इसका काम पूरा होगा, जिस पर करीब 23 हजार करोड़ का निवेश होगा.
भूषण स्टील के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी : एमडी ने बताया कि भूषण स्टील के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. टाटा स्टील को एलओआइ दे दिया गया है. भूषण स्टील के अधिग्रहण और भूषण पावर के अधिग्रहण के साथ हमने इलेक्ट्रोस्टील के लिए दावेदारी की है.
भूषण स्टील के अधिग्रहण को लेकर एनसीएलटी के क्लियरेंस के बाद कंपीटिशन काउंसिल ऑफ इंडिया का भी क्लियरेंस लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि अगर पोटका में भी भूषण स्टील की जमीन है तो उसको देखा जायेगा, लेकिन फिलहाल कंपनी के स्टील उत्पादन यानी 5 मिलियन टन के उत्पादन और बाजार को देखते हुए टाटा स्टील ने अपनी दावेदारी की है. भूषण पावर को लेकर अब तक कार्रवाई ज्यादा आगे नहीं बढ़ी है. इलेक्ट्रो स्टील के लिए भी टाटा स्टील ने भी अपनी दावेदारी की है. अभी इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.
एससी व एसटी को नौकरी के साथ स्वरोजगार भी देगी टाटा स्टील
एक सवाल के जवाब में एमडी ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ ओड़िशा और झारखंड में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को नौकरी के साथ स्वरोजगार भी दिया जा रहा है. कई लोगों को ठेकेदार बनाया जा रहा है जबकि वेंडर के लिए खास तौर पर ट्रेनिंग दी जा रही है.
कीनन और बेहतर होगा : टाटा स्टील के वीपी सुनील भास्करन ने कहा कि जमशेदपुर फुटबॉल क्लब के मैच का लोगों ने आनंद उठाया है.
हमलोगों ने क्रिकेट को कभी छोड़ा नहीं है. कीनन स्टेडियम को और बेहतर करने के लिए टाटा स्टील की झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के साथ बातचीत चल रही है. रणजी क्रिकेट यहां हर समय हो रहा है और इसको और बेहतर कैसे किया जाये, इस पर नजर रखी जा रही है.
ट्यूूब का भविष्य काफी बेहतर
ट्यूब डिवीजन के बारे में टाटा स्टील के प्रेसिडेंट आनंद सेन ने कहा कि ट्यूब डिवीजन का भविष्य काफी बेहतर होने जा रहा है. अभी 18 फीसदी का ग्रोथ दर्ज किया गया है. ट्यूब डिवीजन 900000 पाइप का उत्पादन कर रही है और इसकी क्षमता और बढ़ जायेगी जब दूसरी स्टील कंपनियों का अधिग्रहण हो जायेगा.
स्थानीय सप्लायर क्वालिटी का माल सप्लाइ करें तो प्राथमिकता
एमडी ने कहा कि टाटा स्टील कंपनी ग्लोबल है और क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं करेगी.अगर स्थानीय वेंडर और सप्लायर क्वालिटी का माल सप्लाई करेंगे तो उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी.
झरिया डिवीजन को चला पाना कठिन चुनौती, वेस्ट बोकारों में शिफ्टिंग जारी रहेगी : एमडी ने कहा कि झरिया का डिवीजन चलाना काफी कठिन होता जा रहा है. इसके सारे विकल्पों को लेकर यूनियन के साथ बातचीत की जा रही है. वेस्ट बोकारो में शिफ्टिंग की प्रक्रिया चल रही है. वेस्ट बोकारो में विस्तार का कार्यक्रम चल रहा है लोगों की राय से कंपनी हर काम वहां भी कर रही है.
कलिंगानगर की उत्पादकता बेहतर
एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि करीब 2000 टन प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष स्टील का उत्पादन पोस्को कंपनी करती है, जो दुनिया में बेंचमार्क है.
अभी टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में 740 टन प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष स्टील का उत्पादन हो रहा है. कलिंगानगर प्लांट में 1300 टन प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष स्टील का उत्पादन हो रहा है. जमशेदपुर प्लांट में पुरानी मशीन है, बदलाव के साथ यूनियन के साथ मिलकर कर्मचारियों की उत्पादकता (प्रोडक्टिविटी) को और बढ़ाने की दिशा में हम लोग बढ़ रहे हैं.
टाटा स्टील समूह की कंपनियों का हो सकता है समायोजन : टीवी नरेंद्रन ने बताया कि कई कंपनियों में एक तरह का काम होता आया है. कंपनियां जब मिलकर काम करेंगी तो आउटपुट ज्यादा आयेगा. इस कड़ी में कई कंपनियों के समायोजन पर विचार चल रहा है. इसका रिजल्ट नये वित्तीय वर्ष में भी नजर आयेगा.
कंपनी की वित्तीय स्थिति पर पैनी नजर : एमडी ने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी बेहतर है. स्थिति और बेहतर करने के लिए ही राइट इश्यू 12800 करोड़ रुपये का निकाला गया. कंपनी की स्थिति आगे न बिगड़े, इसके लिए पैनी नजर रखी जा रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement