जमशेदपुर: टाटा मोटर्स कैंटीन के लिए समान काम के लिए समान वेतन देने की मांग की गयी है. कैंटीन के कर्मचारियों के वेतन को लेकर 7 मई को एक समझौता हुआ था.
विपक्ष के नेता एके पांडेय के स्तर पर यह मीटिंग हुई थी, जिसमें तय किया गया था कि कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन मिलेगा और 2011 से इसको लागू किया जायेगा. लेकिन कर्मचारी केडी सिंह, जेएन झा, एसएस चौधरी, एएन सिंह और एनके तिवारी ने संयुक्त रूप से कहा है कि यह धोखा है.
कर्मचारियों ने बताया है कि जब आवेदन डीएलसी के पास दिया गया था तो यह बताया गया था कि 10 हजार 500 रुपये जो तीन कर्मचारी महेंद्र महाकुड़, निर्मला देवी और केके करण को दिया जा रहा है. वे पांच लोग भी समान काम ही करते हैं. लिहाजा, समान काम का समान वेतन की मांग की गयी थी. लेकिन आरोप लगाया गया है कि गलत तरीके से इसका समझौता एके पांडेय ने कर दिया.