जमशेदपुर : सेवानिवृत्त शिक्षक सह तथाकथित शिक्षक नेता मो. अकबर ने मानगो जवाहरनगर निवासी मंजू सावैयां से पांच लाख रुपये की ठगी कर ली है. यह राशि अल्पसंख्यक स्कूल में नौकरी दिलाने के नाम पर ली गयी. अब न नौकरी मिली न ही रुपये मो. अकबर वापस कर रहे है. महिला मंजू सावैयां ने उपायुक्त व एसएसपी को पत्र लिखकर पूरी बात बतायी र्है. उपायुक्त को दिये पत्र में मंजू सावैयां ने लिखा है कि जून 2010 में मानगो आजाद नगर रोड नंबर 2 स्थित खुर्शीद बुक स्टोर पर उसकी मुलाकात मो. अकबर से पहली बार हुई. बातचीत में उन्होंने कहा कि तुमने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली है, साथ ही एसटी जाति से भी हो तुम्हें नौकरी आसानी से मिल सकती है. उन्होंने कहा कि तुम चाहो तो मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं. मो. अकबर ने नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख रुपये की डिमांड की.
मो. अकबर की सलाह पर किसी से 5 प्रतिशत तो किसी से 10 तो किसी से 12 प्रतिशत ब्याज पर 5 लाख रुपये का जुगाड़ मंजू ने किया. मो. अकबर के बुलाने पर 8 जनवरी 2011 को सुबह 8.30 बजे रुपये और शैक्षणिक प्रमाण पत्र की प्रति लेकर अपनी छोटी बहन अंजू सवैया के साथ वह उसके घर गयी. यहां उसने रुपये और प्रमाणपत्र की प्रति उसे सौंप दी. लेकिन 2011 से अब तक ना ही मंजू की नौकरी लगी अौर ना ही उक्त रुपये लौटाये गये हैं. मंजू सवैया ने उपायुक्त से शिकायत की है कि जब वह अपने पैसे वापस देने की मांग करती है तो उलटे धमकाया जाता है.
महिला ने सीनियर एसपी को लिखे आवेदन में कहा कि आरोपी मो. अकबर मानगो थाने में अपनी पहचान होने का धौंस दिखाते हैं. इस वजह से एसपी के पास शिकायत की जा रही है ताकि पूरे मामले की जांच कर न्याय मिल सके. मामले में मो. अकबर से पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.