सीजीपीसी चुनाव विवाद. देर रात उपायुक्त अमित कुमार ने सार्वजनिक की रिपोर्ट, धरनास्थल पर लोगों ने मनाया जश्न
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आज समाप्त होगा धरना, प्रशासन काे साैंपी जायेंगी चाबियां
सीजीपीसी चुनाव विवाद. देर रात उपायुक्त अमित कुमार ने सार्वजनिक की रिपोर्ट, धरनास्थल पर लोगों ने मनाया जश्न जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव समिति विवाद की रिपोर्ट शुक्रवार देर रात उपायुक्त अमित कुमार ने सार्वजनिक किया. चुनाव रद्द किये जाने की सूचना मिलते ही सीजीपीसी कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे गुरमुख सिंह मुखे आैर समर्थकाें […]
जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव समिति विवाद की रिपोर्ट शुक्रवार देर रात उपायुक्त अमित कुमार ने सार्वजनिक किया. चुनाव रद्द किये जाने की सूचना मिलते ही सीजीपीसी कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे गुरमुख सिंह मुखे आैर समर्थकाें की आंखाें में आंसू आ गये.
समर्थकाें ने गुरु महाराज का शुक्राराना करते हुए कहा कि प्रशासन काे गुरु महाराज ने ताकत दी, उन्हाेंने संविधान का पालन करते हुए समाज काे टकराव की स्थिति से बचा लिया और आपसी एकता बनाये रखने में मदद की. सीजीपीसी कार्यालय के सामने विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियाें ने पहुंच कर मुखे आैर हरविंदर सिंह काे बधाई दी. सीजीपीसी चुनाव विवाद के बाद शुक्रवार काे 13वें दिन मुखे का धरना जारी रहा. शनिवार काे 14वें दिन गुरमुख सिंह अपने समर्थकाें के साथ धरना खत्म करेंगे और सीजीपीसी कार्यालय में विभिन्न गुरुद्वाराें द्वारा की गयी तालाबंदी की चाबियां जिला प्रशासन काे साैंप दी जायेंगी.
उल्लेखनीय है कि चार मार्च काे स्क्रूटनी के बाद सीजीपीसी चुनाव समिति ने प्रत्याशी गुरमुख सिंह मुखे आैर हरमिंदर सिंह मंटू का चुनाव खारिज कर दिया था. हरमिंदर सिंह मिंदी काे निर्वाचित घोषित करने पर गुरमुख सिंह मुखे ने जाेरदार विराेध दर्ज कराया. इसके बाद तालाबंदी कर वह सीजीपीसी कार्यालय के सामने धरना पर बैठ गये. शुक्रवार काे धरना स्थल पर अर्जुन सिंह, चंचल सिंह, भगवान सिंह, चरण सिंह, महेंदर सिंह, दलबीर सिंह, जसबीर सिंह, त्रिलोक सिंह, दलबीर सिंह, दिलबाग सिंह, गुरुचरण सिंह कंग, गुलशन सिंह, जगजीत सिंह, महेंदरपाल सिंह, गुरविंदर सिंह, डॉक्टर देवेंदर सिंह वालिया आदि मौजूद थे.
साकची गुरुद्वारा में हाेगी अरदास, फिर हाेगा धरना समाप्त. सीजीपीसी कार्यालय के सामने शनिवार काे गुरमुख सिंह मुखे आैर हरविंदर सिंह मंटू समर्थक गुरुद्वारा कमेटियां एकत्र हाेंगी. सभी एक-दूसरे काे एकता बनाये रखने के लिए साधुवाद देंगी. सभी मिलकर साकची गुरुद्वारा जायेंगे, जहां गुरु महाराज के चरणाें में अरदास करेंगे. वहां से लाैट कर सीजीपीसी कार्यालय के समक्ष पंगत में बैठकर लंगर ग्रहण करेंगे.
सन्नी-अमन ने संभाल रखी थी लंगर की कमान. सीजीपीसी कार्यालय के सामने गुरमुख सिंह मुखे जहां धरना पर बैठे थे, वहीं धरना स्थल पर लगातार 13 दिनाें तक लंगर की व्यवस्था सन्नी आैर अमन ने संभाल रखी थी. लंगर के लिए लगातार साथियाें से सहयाेग लिया. सुबह-दाेपहर-शाम आैर रात काे नाश्ता व लंगर का इंतजाम किया. लड़ाई काे मजबूती प्रदान करने में लंगर व्यवस्था का अहम याेगदान रहा.
पत्नी-बेटी की आंखाें में आ गये आंसू
गुरमुख सिंह मुखे विगत 13 दिनाें से लगातार सीजीपीसी कार्यालय में धरने पर बैठे हैं. इस दाैरान उन्हाेंने तीन दिन आमरण अनशन भी किया. इस अवधि में उनकी पत्नी, बेटी आैर बेटा आैर भगीना गुरविंदर भी लगातार साये की तरह उनके पीछे खड़े रहे. परिवार के लाेग देर रात घर जाते थे, लेकिन तड़के ही फिर धरनास्थल पर पहुंच गुरमुख सिंह मुखे का हाैंसला बढ़ाने के लिए पहुंच जाते थे. शुक्रवार शाम चुनाव रद्द किये जाने की सूचना से गुरमुख सिंह मुखे की पत्नी आैर बेटी की आंखाें में अांसू आ गये. बेटी ने भाग कर अपनी मां काे गले लगाया आैर कहा कि मम्मी-मम्मी बाबे ने साडी सुन ली या.
फैसले का स्वागत : मिंदी
सीजीपीसी चुनाव में प्रधान पद के प्रत्याशी रहे हरमिंदर सिंह मिंदी ने प्रशासन के फैसले का स्वागत किया है. उन्हाेंने कहा कि वह समाज काे साथ लेकर चलने के लिए आये हैं. समाज उनके साथ है, वह समाज के साथ. एक बार फिर से नये सिरे से चुनावी प्रक्रिया में वह शामिल हाेंगे. जल्द ही अपने समर्थक-अभिभावकाें के साथ मिलकर बात करेंगे. वह हर फैसला स्वीकार करते हैं, जिसमें समाज का भला हाेता है. काम भी वहीं हाेना चाहिए, जाे समाजहित में है.
नयी परिपाटी : हरनेक सिंह
सीजीपीसी चुनाव समिति के संयाेजक हरनेक सिंह ने कहा कि चुनाव रद्द करने के प्रशासन के फैसले से वे लाेग काफी खुश हैं. प्रशासन ने फैसला लेकर समाज काे बदनामी से बचा लिया. मुख्यमंत्री आैर प्रशासन के निर्णय से एक नयी
परिपाटी शुरू हुई है. अब जाे चुनाव हारेगा, वह विराेध करने, जांच की मांग काे लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंच जायेगा. मुख्यमंत्री जांच का आदेश देंगे. जब भी चुनाव हाेगा, लाेग प्रशासन के इस फैसले की काॅपियां सार्वजनिक करेंगे.
मुंहताेड़ जवाब : शैलेंद्र सिंह
तख्त पटना प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार शैलेंद्र सिंह ने प्रशासन के फैसले पर खुशी जाहिर की है. उन्हाेंने कहा कि प्रशासन का संवैधानिक फैसला समाज को ताेड़ने वालाें काे मुंहताेड़ जवाब है. ऐसे लाेग जाे खुद काे नियम-कानून से ऊपर समझते हैं, उन्हें प्रशासन ने संविधान आैर तर्काें का आइना दिखाया है. मुख्यमंत्री ने संविधान के तहत प्रक्रिया पूरी करने काे कहा. जांच में सभी पक्षाें काे समय दिया गया. प्रशासन ने वही फैसला दिया, जाे संविधान में, समाज हित में था.
सुबह से थे चेहरे उदास, शाम काे लाैटी खुशी
जमशेदपुर. सीजीपीसी कार्यालय के सामने शुक्रवार काे सुबह से गुरमुख सिंह मुखे समर्थकाें के चेहरे उदास थे. सभी एक-दूसरे से यह चर्चा कर रहे थे कि एसडीआे ने उपायुक्त के पास अपनी रिपाेर्ट भेज दी है. उपायुक्त अब उस पर क्या फैसला लेंगे. दिन भर एक-दूसरे से आैर मीडिया के संपर्क से ही रिपाेर्ट के बारे में जानकारी हासिल करते हुए समय व्यतीत किया. देर शाम जैसे ही यह खबर आयी कि चुनाव काे उपायुक्त ने रद्द कर दिया है, सभी के चेहरे पर खुशियां दाैड़ गयी, उदासी वाले चेहरे लाली के साथ खिल उठे.
सच की जीत है : मुखे
जमशेदपुर. गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वालों को मुंह की खानी पड़ी. मुख्यमंत्री रघुवर दास के निर्देश पर प्रशासन की जांच में हरनेक सिंह द्वारा संविधान की धज्जियां उड़ाने की पुष्टि हुई है. चुनाव कराने का आदेश देकर प्रशासन ने दूध का दूध, पानी का पानी कर दिया. मुख्यमंत्री रघुवर दास का सिख समाज की आेर से तहे दिल से शुक्रिया करते हैं जिनकी पहल से आज इंसाफ मिला. मुखे ने कहा कि यह जीत समाज की जीत है, अगर वाहेगुरु ने सेवा करने का मौका दिया तो समाज सेवा में इतिहास बनाने का काम करेंगे. हरनेक सिंह आैर इंदरजीत सिंह को समाज घिनौने कृत के लिए कभी माफ नहीं करेगा.
प्रशासन की गाइडलाइन का स्वागत : इंदरजीत
सीजीपीसी के कार्यकारी अध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने कहा कि प्रशासन का फैसला समाज काे स्वीकार है. यह खुशी की बात है कि प्रशासन ने गंभीरता दिखायी. प्रशासन ने एक गाइडलाइन तय कर दी है. अब यह नियम सीजीपीसी-गुरुद्वाराें में भी लागू हाेंगे. इससे एक संविधान-विधान काम करेगा. हर किसी काे फैसला मानना हाेगा. वैसे गुरुद्वाराें काे भी अब नियमाें का पालन करना हाेगा, जाे इनकी अनदेखी किया करते थे. प्रशासन ने सीजीपीसी चुनाव विवाद काे गंभीरता से लेकर जिम्मेदारीवाला फैसला सुनाया.
प्रशासन ने की संविधान की रक्षा : हरविंदर सिंह
सीजीपीसी चुनाव के प्रत्याशी हरविंदर सिंह मंटू ने चुनाव रद्द हाेने पर खुशी जाहिर की. उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने समाज में उपज रहे आक्रोश को समझा और समाधान का मार्ग प्रशस्त किया. प्रशासन ने भी उतनी ही गंभीरता से इस मामले को लिया. उपायुक्त के निर्देश पर जांच हुई. एसडीआे माधवी मिश्रा ने हर एक बिंदू पर गंभीरता से जांच की. सबको सुना, सबको माैका दिया गया. प्रशासन के निर्णय से संविधान की रक्षा हुई है. प्रशासन ने विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए बेहतर काम किया है.
समाज फैसले काे स्वीकार करे : गुरदेव राजा
अल्पसंख्यक आयाेग के उपाध्यक्ष गुरदेव सिंह राजा ने कहा कि समाज को यह फैसला खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए. तीनाें प्रत्याशियाें काे फैसले काे गंभीरता से लेना चाहिए. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस मामले में बड़ी जिम्मेदारी का परिचय दिया है, जिसके कारण समाज आज फिर एकजुट दिखायी दे रहा है. भविष्य में वाहे गुरु जिसे चाहेंगे, उसे सेवा मिलेगी. सभी काे साथ लेेकर चलना ही समाज के जिम्मेदार लाेगाें का काम है. अब आगे प्रशासन जो फैसला लेगा, सभी को मान्य होगा.
विवाद: एक नजर में
24 सितंबर 2017 काे नामांकन.
28 सितंबर काे आवेदन सील.
4 मार्च 2018 काे स्क्रूटनी.
मुखे-मंटू के पर्चे खारिज.
हरमिंदर सिंह काे प्रधान का पत्र.
सीजीपीसी कार्यालय में तालाबंदी.
दाेनाें पक्षाें ने एक-दूसरे के खिलाफ लिखित शिकायत की.
5 मार्च काे एसडीआे से
लिखित शिकायत.
5 मार्च काे चुनावी प्रक्रिया पर पटना कमेटी ने लगायी राेक.
6 मार्च एसडीआे ने कहा कि विधि-व्यवस्था देखेंगे.
6-8 मार्च तक रहे मुखे आमरण अनशन पर. पटना तख्त ने बनायी 11 सदस्यीय जांच कमेटी, अकाली दल ने भी प्रकिया पर जताया विराेध.
9 मार्च काे मुख्यमंत्री शहर पहुंचे, मिंदी ने घर पर की मुलाकात.
10 मार्च काे मुख्यमंत्री से मिले मुखे समर्थक, दी पूरी जानकारी.
10 मार्च काे साकची थाना में मुखे-मंटू पर केस दर्ज.
10 मार्च मुख्यमंत्री ने दिया जांच का आदेश, उपायुक्त ने बनायी चार सदस्यीय कमेटी. चार दिनाें में मांगी रिपाेर्ट.
11 मार्च रविवार को अवकाश के साथ-साथ राज्यपाल के कार्यक्रम में व्यस्त रहे प्रशासनिक अधिकारी.
12 मार्च को एसडीआे माधवी मिश्रा के निर्देश पर सभी पक्षाें ने लिखित में जवाब साैंपा.
13 मार्च को गुरमुखी का हिंदी में अनुवाद के लिए चुनाव संयाेजक ने दाे दिन का समय लिया.
14 मार्च को हिंदी अनुवाद कर हरनेक सिंह ने 40 पन्नाें की रिपाेर्ट एसडीआे के आवासीय कार्यालय में साैंप दी.
15 मार्च एसडीआे ने सभी पक्षाें का अध्ययन कर रिपाेर्ट तैयार की.
16 मार्च को एसडीआे ने मंतव्य लिखकर उपायुक्त काे रिपाेर्ट साैंप दी.
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