कहीं सड़क का अतिक्रमण, तो कहीं जी प्लस टू पास करा कर जी प्लस 4- जी प्लस-5 का निर्माण
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साकची में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से बनीं इमारतें, अब सील करने की तैयारी
कहीं सड़क का अतिक्रमण, तो कहीं जी प्लस टू पास करा कर जी प्लस 4- जी प्लस-5 का निर्माण कई बिल्डिंगों के बेसमेंट (पार्किंग) में दुकानें चलती पायी गयीं जमशेदपुर : शहर में विशेष कर साकची में बड़े पैमाने पर अवैध (बिना नक्शा पारित कराये) भवन निर्माण एवं नक्शा विचलन (जी प्लस टू पास करा […]
कई बिल्डिंगों के बेसमेंट (पार्किंग) में दुकानें चलती पायी गयीं
जमशेदपुर : शहर में विशेष कर साकची में बड़े पैमाने पर अवैध (बिना नक्शा पारित कराये) भवन निर्माण एवं नक्शा विचलन (जी प्लस टू पास करा कर जी प्लस 4- जी प्लस 5 बिल्डिंग बना पाया) कर भवन बनाने की शिकायत की जांच के लिए शनिवार को नगर विकास विभाग की टीम शहर पहुंची. स्टेट टाउन प्लानर गजानंद राम एवं नगर विकास विभाग के पदाधिकारी नीरज श्रीवास्तव ने साकची क्षेत्र की 16 बिल्डिंगों की जांच व मापी की. मापी में अधिकांश में नक्शा विचलन पाया गया.
टीम ने बिल्डिंग अौर सड़क की मापी करायी अौर नक्शा से उसका मिलान कराया. जांच कर टीम रांची लौट गयी है. टीम ने जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार को नये भवनों में नक्शा विचलन नहीं होने देने का निर्देश दिया है. साथ ही दो बिल्डिंग को सील करने का भी निर्देश देने की बात सामने आयी है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. बिष्टुपुर की भी एक बिल्डिंग की जांच होने की बात कही जा रही है. जांच के दौरान जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार समेत अक्षेस की पूरी टीम अौर शिकायतकर्ता राकेश कुमार झा भी मौजूद थे. पूरी जांच की मोबाइल से वीडियो रिकार्डिंग करायी गयी.
नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह को मिली शिकायत पर जांच करने पहुंची टीम ने सबसे पहले साकची जेल रोड( होटल जीवा के बगल में) में प्लॉट संख्या 95 पर निर्माणाधीन बिल्डिंग की जांच की. टीम ने रोड अौर बिल्डिंग की मापी की अौर पाया कि अतिक्रमण अौर नक्शा विचलन कर चार तल्ला बिल्डिंग बनाया जा रहा है. वहां से टीम होटल दयाल अौर अग्रसेन भवन के पीछे पहुंची अौर वीरेनू तारा भवन (प्लॉट संख्या 134) की जांच की. यहां भी रोड अौर बिल्डिंग की मापी की अौर नक्शा से मिलान किया. उसके बगल में बन रही चार मंजिला बिल्डिंग (प्लॉट संख्या 140) के अंदर जाकर जांच की.
वहां से टीम पुराना डाक बंगला के समीप श्री कृष्णा विला( प्लॉट संख्या 148 ए) की जांच की. यहां के बाद टीम एसएनपी एरिया 1 स्थित शताब्दी टावर में जाकर जांच की. वहां टीम ने बेसमेंट में दुकान चलने, दायीं अोर दुकान बना देने तथा पीछे गली में वाहनों की पार्किंग कराने को देखा. इसके बाद टीम जमशेदपुर अक्षेस चली गयी अौर वहां सभी भवनों के पारित नक्शा अौर कागजात का मिलान किया.
41 बिल्डिंग 2011 में सील हुई अौर बाद में खुल गयी. जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि जमशेदपुर अक्षेस द्वारा पार्किंग का व्यावसायिक इस्तेमाल ( बेसमेंट में दुकान चलाने) के आरोप में वर्ष 2011 में 41 बिल्डिंगों को सील कया गया था. बाद में बिल्डिंग मालिक के इस एफिडेविट पर कि नक्शा में पास पार्किंग का पार्किंग के ही रूप में इस्तेमाल किया जायेगा पर खोल दिया गया था, लेकिन अधिकांश बिल्डिंगों में एफिडेविट का अनुपालन नहीं किया गया अौर अब भी बेसमेंट में दुकानें चल रही हैं. शिकायकर्ता द्वारा तीन साल से अवैध तरीके से पार्किंग शुल्क वसूले जाने का दस्तावेज भी जांच टीम को दिया गया.
अक्षेस कार्यालयों में बिल्डिंगों के दस्तावेज संबंधी जानकारी लेने के बाद टीम बिल्डिंगों की जांच के लिए निकली. टीम ने एसएनपी एरिया कोलकाता बाजार से लेकर शताब्दी टावर तक की पांच-छह बिल्डिंगों की जांच की. वहां से टीम ने साकची आम बागान के बायीं अोर दो, सामने में तीन तथा जिला परिषद के समीप स्थित एक इलेक्ट्रोनिक दुकान की बिल्डिंग की जांच की. जांच टीम ने जिन-जिन बिल्डिंगों की शिकायत थी सभी की जांच की अौर मापी कराया तथा निकाय से पारित नक्शे से मिलान कराया. इस दौरान उन बिल्डिंगों की भी जांच की गयी जिसे 2011 में पार्किंग के व्यावसायिक इस्तेमाल (बेसमेंट में दुकान चलाने ) करने के आरोप में सील किया गया था अौर बाद में एफिडेविट के आधार पर खोल दिया गया था.
दो बिल्डिंगें नयी, बाकी पुरानी
जांच टीम द्वारा जिन 16 बिल्डिंगों की जांच की गयी, उसमें से दो नयी (निर्माणाधीन) है तथा 14 पुरानी बिल्डिंग हैं. इसमें से कई पूर्व में नक्शा विचलन के आरोप में सील भी हो चुकी हैं. टीम ने आम बागान के पास सना काॅम्प्लेक्स, आलीशान भवन समेत उस लाइन की कई बिल्डिंगों की भी जांच की. पुरानी बिल्डिंगों पर क्या कार्रवाई की जा सकती है जांच टीम इसका भी सुझाव देगी. जांच के दौरान जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने नक्शा विचलन के आरोप में बिल्डिंग मालिक पर एफआइआर करने तथा आर्टिटेक को करार रद्द करने की चेतावनी की भी जानकारी दी.
एसडीआे की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय कमेटी करेगी जांच
कार्यालय में तालाबंदी का कई गुरुद्वारा कमेटियों ने किया विरोध
गुरुद्वारा कमेटियों ने मुख्यमंत्री से की सीजीपीसी के निष्पक्ष चुनाव की मांग
जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव में स्क्रूटनी के बाद उत्पन्न विवाद की जांच जिला प्रशासन करायेगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिले दिशा-निर्देश के बाद उपायुक्त अमित कुमार ने शनिवार को एसडीओ माधवी मिश्रा की अगुवाई में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी चार दिन में मामले की जांच कर रिपाेर्ट उपायुक्त काे सौंपेगी. इसके बाद उपायुक्त आगे की कार्रवाई करेंगे. कमेटी में डीएसपी (नगर) अनुदीप सिंह, कार्यपालक दंडाधिकारी अनिता केरकेट्टा आैर सहायक रजिस्ट्रार अशाेक कुमार तिवारी शामिल हैं. सीजीपीसी के निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के पदाधिकारी शनिवार काे मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनके एग्रिकाे स्थित आवास पर सुबह 9 बजे मिले. इस दौरान अमरजीत सिंह, जगीर सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, सतनाम सिंह गंभीर ने मुख्यमंत्री को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया और चुनाव में धांधली व एकतरफा कार्रवाई की जानकारी देकर निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग रखी.
मुख्यमंत्री ने सभी तथ्यों को जानने-सुनने के बाद उपायुक्त अमित कुमार काे चुनाव प्रक्रिया की जांच कराने का निर्देश दिया. गुरुद्वारा कमेटियों के पदाधिकारी दाेपहर में उपायुक्त अमित कुमार से भी मिले और अपनी बात रखी. उपायुक्त ने बताया कि एसडीआे माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है. कमेटी चार दिन में जांच कर रिपाेर्ट साैंपेगी. उपायुक्त से मिलने वालाें में तरसेम सिंह, भगवान सिंह, इंदरजीत सिंह, बलबीर सिंह बबलू, अमरजीत सिंह अंबे, मंजीत सिंह, महेंदर सिंह, रंजीत सिंह मठारू, दीपक गिल, दलबीर सिंह, जसबीर सिंह, हरदयाल सिंह, अजित सिंह गंभीर, अजायब सिंह सहित विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के सैकड़ाें पदाधिकारी माैजूद थे.
बदनाम करने की साजिश : सीजीपीसी कार्यालय गेट पर गुरमुख सिंह मुखे के समर्थन में विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियाें द्वारा की गयी तालाबंदी का कई गुरुद्वारा कमेटियाें ने विराेध किया है. कमेटियाें की आेर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि यह समाज काे बदनाम करने की साजिश है. बारीडीह गुरुद्वारा के प्रधान जसपाल सिंह व महासचिव जसवंत सिंह ने कहा है कि उनकी तरफ से किसी भी सदस्य ने तालाबंदी नहीं की है. साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है. टिनप्लेट के उपाध्यक्ष मंजीत सिंह, महासचिव सुरजीत सिंह, जसबीर सिंह, जगीर सिंह ने भी तालाबंदी का विराेध किया. टिनप्लेट की आेर से सीजीपीसी में तालाबंदी तरसेम सिंह का व्यक्तिगत विचार है. तालाबंदी के विराेध में इसी तरह के बयान कीताडीह के अर्जुन सिंह, बिरसानगर के हरजिंदर सिंह, टुइलाडुंगरी के सरबजीत सिंह, नामदा बस्ती के गुलशन सिंह, मुसाबनी आैर घाटशिला गुरुद्वारा कमेटी ने भी जारी किये हैं. यह भी कहा गया है कि आजाद बस्ती, बिष्टुपुर, अल्पसंख्यक सेवा दल, स्त्री सतसंग सभा सीजीपीसी के सदस्य नहीं हैं.
सीएम आवास पर मिले मिंदी, एयरपोर्ट पर डीसी को निर्देश
जमशेदपुर. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उपायुक्त को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के चुनाव को लेकर जांच के आदेश दिये हैं. उपायुक्त के स्तर पर अब इसकी जांच होगी. शनिवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे मुख्यमंत्री रांची के लिए सोनारी एयरपोर्ट से रवाना हुए. उनको यहां पुलिस गारद की सलामी दी गयी. इसके बाद उन्होंने उपायुक्त अमित कुमार को एयरपोर्ट पर ही बुलाकर निर्देश दिये कि चुनाव को लेकर जो विवाद उत्पन्न हुआ है, उसको दूर किया जाये और मामले में जरूरी कार्रवाई की जाये. इससे पहले सीजीपीसी जमशेदपुर के नये प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी ने भाजपा नेता मनजीत सिंह के साथ मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनके आवास पर मुलाकात की थी. उनलोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया था और कहा था कि इस तरह के विवाद क्यों हो रहे हैं और उन्होंने ही आग्रह किया था कि पूरे मामले में शांतिपूर्वक तरीके से कार्रवाई की गयी है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया था कि इस मामले में वे लोग आवश्यक कदम जरूर उठायेंगे.
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