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अंतिम संस्कार रोकने से गुस्साये लोग, खदेड़कर पीटा
सुवर्णरेखा बर्निंग घाट. लोगों के आक्रोश का शिकार बने अधिवक्ता, पुलिस ने सुरक्षित निकाला जमशेदपुर : भुइयांडीह सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर कमेटी के सदस्यों द्वारा सौंदर्यीकरण कार्य का विरोध करने से लगभग दो घंटे तक हंगामा होता रहा और शवदाह का काम रुका रहा. कार्य का विरोध करने आये कमेटी के अध्यक्ष श्यामल चौधरी के […]
सुवर्णरेखा बर्निंग घाट. लोगों के आक्रोश का शिकार बने अधिवक्ता, पुलिस ने सुरक्षित निकाला
जमशेदपुर : भुइयांडीह सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर कमेटी के सदस्यों द्वारा सौंदर्यीकरण कार्य का विरोध करने से लगभग दो घंटे तक हंगामा होता रहा और शवदाह का काम रुका रहा. कार्य का विरोध करने आये कमेटी के अध्यक्ष श्यामल चौधरी के प्रतिनिधि वरीय अधिवक्ता अनिल तिवारी, सदस्य सीएच गणेश राव समेत अन्य वकील व सदस्यों को लोगों के कड़े आक्रोश का सामना करना पड़ा.
अंतिम संस्कार करने आये लोगों ने पहले कमेटी के सदस्यों से अनुरोध किया कि अंतिम संस्कार काे नहीं रोका जाये. इसके बाद भी विरोध पर अड़े रहे बर्निंग घाट कमेटी के सदस्यों को लोगों ने खदेड़कर पीटा. लोगों के आक्रोश का शिकार अधिवक्ता अनिल तिवारी समेत अन्य वकील भी बने. किसी तरह पुलिस ने आक्रोशित लोगों के घेरे से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला. बाद में बर्निंग घाट में सौंदर्यीकरण अौर अंतिम संस्कार का काम शांतिपूर्ण शाम तक चला.
दो शव वापस लौटे, नौ का हुआ संस्कार. एसडीओ माधवी मिश्रा अौर सुवर्णरेखा बर्निंग घाट कमेटी के सदस्यों के बीच विवाद को लेकर सुवर्णरेखा बर्निग घाट पर आये दो शव वापस लौट गये.
विरोध खत्म होने के बाद देर शाम तक कुल नौ शवों का अंतिम संस्कार हुआ. सोनारी की एक महिला का अंतिम संस्कार लकड़ी से हुआ, जबकि शेष आठ का बिजली फार्नेस से किया गया. पहले भी दो बार रोका गया था काम. बर्निग घाट के सौंदर्यीकरण का कार्य बर्निग घाट कमेटी के सदस्यों के विरोध के कारण पहले भी रोकना पड़ा था. एक वर्ष पुरानी योजना का कार्य डेढ़ माह पूर्व शुरू करने का प्रयास किया गया था.
इसका कड़ा विरोध बर्निंग घाट कमेटी ने किया. विरोध के कारण जमशेदपुर अक्षेस के इंजीनियर और ठेकेदार को बैरंग लौटना पड़ा. यही कारण था कि इस बार एसडीओ पूरी तैयारी के साथ काम शुरू कराने पहुंची थी और काम शुरू भी करा दिया. इससे पहले भी विवाद हो चुका है.
पोकलेन की खुदाई में कटा केबुल, बिजली गुल
जमशेदपुर. भुइयांडीह बर्निग घाट में सौंदर्यीकरण कार्य को लेकर गुरुवार पोकलेन से खुदाई शुरू करते ही पावर हाउस का सप्लाई केबुल कट गया. इससे बर्निग घाट के आधा दर्जन स्टॉफ क्वार्टर, अॉफिस, वेटिंग हॉल आदि में बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी. एसडीओ माधवी मिश्रा ने बिजली केबुल कटने की सूचना जुस्को के वरीय पदाधिकारी को दी.
इसके बाद मौके पर पहुंची जुस्को की बिजली टीम ने बिना सूचना जमीन की खुदाई करने पर आपत्ति जतायी. घंटों जांच के बाद बिजली की आपूर्ति बहाल की जा सकी. जुस्को पदाधिकारियों ने इस बात को लेकर नाराजगी जतायी कि जमशेदपुर अक्षेस अथवा एजेंसी ने बिना उन्हें सूचित किये कार्य शुरू कर दिया. बाद में केबुल गुजरने वाले स्थल की लाइनिंग कर उस ओर खुदाई नहीं की ताकीद की.
गलत किया, इस कारण लड़ाई सुवर्णरेखा बर्निग घाट को 70 सालों से कमेटी चला रही है. बावजूद प्रशासन बलपूर्वक सौंदर्यीकरण के नाम पर मनमानी कर रही है, जोकि गलत है. इस कारण प्रशासन से लड़ाई है. मामले में प्रशासन के खिलाफ कोर्ट में रिट दाखिल की गयी है. गुरुवार को मैं हाथ जोड़कर एसडीओ को ऐसा करने से रोका, लेकिन वे नहीं मानी. बाद में मेरे दोस्त वकील, शुभचिंतकों अौर पुलिस के सहयोग से मैं बर्निंग घाट के बाहर निकला. मेरे साथ कोई मारपीट नहीं हुई.
अनिल तिवारी, वकील, जमशेदपुर कोर्ट
एसडीओ के साथ कमेटी सदस्यों की घंटों चली बहस
सौंदर्यीकरण कार्य के लिए गुरुवार की सुबह 11 बजे एसडीओ, जमशेदपुर अक्षेस के इंजीनियर, एजेंसी मेसर्स एनवी क्रिएटर्स के गुड्डू सिंह पोकलेन लेकर पहुंचे थे.
कार्य शुरू करने से पूर्व ही बर्निंग घाट कमेटी के सदस्यों ने विरोध शुरू कर दिया. बर्निग घाट में एक ओर की दीवार को तोड़कर घेराबंदी के लिए नींव का खुदाई शुरू की गयी थी, इसका विरोध करते हुए कमेटी के सदस्य पोकलेन के आगे आ गये. इसके बाद सदस्यों की एसडीओ के साथ घंटों बहस चलती रही.
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