खर्च का ब्योरा देने से अधिकारियों में खलबली
जमशेदपुर : टाटा स्टील के ओपीआर ग्रेड यानी ऑफिसर लेवल को इस बार के वेतन के स्लिप के साथ उन पर होने वाले खर्च का पूरा ब्योरा भी भेजा गया है. कॉस्ट टू कंपनी (सीटीसी) के आधार पर यह पूरा ब्योरा दिया गया है. इसमें उनकी कार या आने जाने पर खर्च, हाउसिंग पर खर्च,
पदाधिकारी या उनके परिवार पर टीएमएच या अन्य अस्पताल में हुए खर्च की पूरी लिस्ट थमा दी गयी है. नये वेतन स्लिप के सिस्टम से अधिकारियों में गफलत की स्थिति है. ऐसा क्यों किया जा रहा है इसे लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं किया गया है. दूसरी ओर, अप्रैल से जो सालाना एसेसमेंट के आधार पर अधिकारियों के वेतन में बढ़ोतरी होती है, वह मार्च में ही कर दिया जा रहा है और उनके ऊपर के अधिकारी उनकी मार्किंग कर भेज देंगे, जिसके आधार पर अप्रैल माह में वेतन में बढ़ोतरी हो जायेगी. हालांकि, करीब सात साल से अधिकारियों के वेतन में किसी तरह की बड़ी बढ़ोतरी वेज रिवीजन की तर्ज पर नहीं हो पायी है.
टीएमएच में कर्मचारियों को भी थमाया जा रहा है बिल
टाटा स्टील के कर्मचारी या उनके परिवार के लोग टीएमएच में अपना इलाज कराते हैं तो उनको मुफ्त में सुविधा तो दी जा रही है, लेकिन उनको टीएमएच में बिल दिया जा रहा है. उन पर कितना खर्च किया गया है, उसकी जानकारी भी दी जा रही है. यह मामला यूनियन के पास आ चुका है.