आदित्यपुर : दुष्कर्म के मामले में सजा काट चुके अपराधी आदित्यपुर के राममड़ैया बस्ती निवासी रतन लोहार की बस्ती के लोगों ने ही पीट-पीटकर हत्या कर दी. करीब फरसा, चाकू, लाठी डंडे से लैस 150 से 200 लोगों की भीड़ ने शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे लगभग 200 मीटर खदेड़ते हुए आवास बोर्ड के फ्लैट की छत पर उसकी हत्या कर दी.
इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2012 में कई महिलाओं से दुष्कर्म के मामले में वह जेल गया था. नवंबर 2016 में वह जेल से छूटा था. जेल से छूटने के बाद वह बस्ती में रहना चाहता था, लेकिन बस्तीवासी उसे वहां रहने नहीं देना चाहते थे. वह जमशेदपुर में रह रहा था और उसकी पत्नी और बच्ची इसी बस्ती में रहते थे. पत्नी और बच्चों से बस्तीवासियों को दिक्कत नहीं थी. शुक्रवार दोपहर वह स्कॉर्पियो (जेएच 05 एइ 2626) से बस्ती पहुंचा.
बस्ती के लोगों के अनुसार तीन-चार लोग भी उस समय उसके साथ थे, लेकिन पुलिस ने बताया कि वह होली में अपने परिवार से मिलने अकेले आया था. बस्ती में पहुंचने पर लोगों ने उसका विरोध किया, इस पर वह बस्तीवासियों से उलझ गया. उसने अपनी पिस्तौल से हवाई फायर भी किया. इसके बाद हमलावर उस पर टूट पड़े. वह घायल अवस्था में वहां से भागा और बस्ती से करीब दो सौ मीटर दूर आवास बोर्ड के डब्ल्यू टाइप फ्लैट संख्या आठ की छत पर चढ़ गया. उसे खदेड़ते हुए वहां पहुंची भीड़ ने वहीं पर उस पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया और पीट-पीट कर जान ले ली.
घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ उसके शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. पुलिस बल के पहुंचने से पहले ही बस्तीवासियों की भीड़ जा चुकी थी. तब तक घटनास्थल पर एसडीओ सरायकेला संदीप दुबे, एसडीपीओ अविनाश कुमार व आदित्यपुर, आरआइटी, गम्हरिया व कांड्रा की पुलिस भी पहुंच गयी. उस समय बस्ती में अधिकतर महिलाएं व बच्चे ही मौजूद थे.
आठ नामजद आरोपियों में से दो गिरफ्तार
रतन लोहार की हत्या के बाद उसके पुत्र विपुल कर्मकार के बयान पर आदित्यपुर थाना में भादवि की धारा 147/148/149/302 तथा 27 आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें आठ लोग राजेंद्र कर्मकार, शंकर मुंडा, कालिया लोहार, छुटू मुंडा, टुनू लोहार, बॉबी मिश्रा, बबलू लोहार व राजेंद्र मिश्रा के अलावा दर्जनों अन्य अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने छापामारी कर दो नामजद अभियुक्त राजेंद्र कर्मकार व शंकर मुंडा को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पुलिस की छापामारी जारी है. घटना के दूसरे दिन भी बस्ती में सन्नाटा पसरा रहा.
घटनास्थल से चार जिंदा कारतूस व पिस्टल कवर बरामद
घटनास्थल पर रतन लोहार के शव के पास पुलिस ने चार जिंदा कारतूस व पिस्तौल का कवर बरामद किया. बताया जा रहा है कि उक्त गोलियां व पिस्तौल के कवर रतन लोहार के ही थे. हालांकि पुलिस को उसकी पिस्तौल कहीं नहीं मिली. पुलिस का मानना है कि जान बचाकर भाग रहे रतन लोहार का पिस्तौल कहीं गिर गया होगा, जिसे भीड़ में से ही कोई लेकर भाग गया.
आिदत्यपुर की राममड़ैया बस्ती में 200 लोगों ने िदया घटना को अंजाम, दो िगरफ्तार
स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को िदलायेंगे सजा
रतन लोहार सजायाफ्ता अपराधी थी. उसके अपराध को लेकर बस्ती वाले उसके विरोध में थे. शुक्रवार को वह बस्ती में गया और वहां लोगों को हथियार दिखाया, जिसके बाद गांव के लोग उग्र हो गये और घेराबंदी कर उसकी हत्या कर दी. इस घटना में अभी दो की गिरफ्तारी की गयी है और अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है. स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को सजा दिलायी जायेगी.
-चंदन कुमार सिन्हा, एसपी, सरायकेला-खरसावां
गाड़ी में लगा था भाजपा का झंडा
रतन लोहार काला शीशा लगी जिस गाड़ी से राममड़ैया बस्ती पहुंचा था, उस पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था. हालांकि जब पुलिस वहां पहुंची, तो गाड़ी से वह झंडा गायब था. रतन लोहार सबसे पहले राजद में शामिल हुआ था. कई वर्षों तक वह पार्टी का पदाधिकारी भी रहा. इसके बाद वह बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में विधायक चंपई सोरेन की उपस्थिति में झामुमो में शामिल हो गया था. दुष्कर्म की वारदात सामने आने के बाद झामुमो से उसे बाहर कर दिया गया था.