लापरवाही. कैदी ने एमजीएम अस्पताल से की भागने की कोशिश
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टेंपो चालक ने भागते कैदी को पकड़वाया
लापरवाही. कैदी ने एमजीएम अस्पताल से की भागने की कोशिश चोरी का आरोपी है विक्की, पैर में लगी है चोट, तीन दिन पूर्व पुलिस ने पकड़ा था जमशेदपुर : एमजीएम में इलाज के लिए भर्ती एक कैदी ने मंगलवार को सिपाही की लापरवाही का फायदा उठाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन एक टेंपो चालक की […]
चोरी का आरोपी है विक्की, पैर में लगी है चोट, तीन दिन पूर्व पुलिस ने पकड़ा था
जमशेदपुर : एमजीएम में इलाज के लिए भर्ती एक कैदी ने मंगलवार को सिपाही की लापरवाही का फायदा उठाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन एक टेंपो चालक की तत्परता से उसे कुछ ही मिनटों में पकड़ लिया गया. कैदी ने ऑटो चालक को रुपये का लालच दिया था लेकिन उसका यह दांव उलटा पड़ गया. तीन दिन पूर्व चोरी के आरोप में पकड़े गये गोलमुरी निवासी विक्की सिंह के दोनों पैरों में चोट लगने के कारण सर्जरी वार्ड में इलाज कराया जा रहा था.
मंगलवार को उसके साथ तैनात सिपाही को बाहर से दवा लाने के लिए पर्ची दी गयी थी. उसका एक्स-रे भी करवाना था. एक्स-रे करवाने के बाद सिपाही पर्ची लेकर दवा लाने जा रहा था. सिपाही ने नियमों को ताक पर रखते हुए विक्की को भी टेंपो पर बिठा लिया और अस्पताल से बाहर ले गया.
बाहर दवा दुकान के पास सिपाही उतर गया और विक्की को टेंपो में ही छोड़ दिया. विक्की ने मौका पाकर चालक को ज्यादा पैसे का लालच दिया और वहां से ले चलने को कहा. लेकिन चालक ने सतर्कता बरतते हुए इनकार नहीं किया लेकिन टेंपो को लेकर सीधे एमजीएम अस्पताल के होमगार्ड रूम के पास पहुंच गया. वहां उसने जवानों को कैदी के भागने की कोशिश की जानकारी दी तो जवानों ने विक्की को पकड़ लिया और पोस्ट में बैठा लिया. वहां से बर्मामाइंस पुलिस को घटना की सूचना दी गयी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने विक्की सिंह को सर्जरी वार्ड से कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया.
बर्मामाइंस के थाना प्रभारी ने बताया कि विक्की गोलमुरी का रहने वाला है. वह तीन दिन पूर्व कैलाश नगर के एक घर में चोरी करने के लिये घुसा था. इसी दौरान मौके पर पुलिस पहुंच गयी, जिसके बाद वह छत से कूद गया था, जिसमें विक्की के पैर में चोट आयी थी. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया था.
यह है नियम :
अगर किसी कैदी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाता है कि उसके साथ दो पुलिसकर्मियों को तैनात करने का नियम है. ताकि अगर कैदी के लिए कोई सामान या फिर दवा लाना हो तो एक पुलिसकर्मी कैदी की निगरानी में मौजूद रहेगा. कैदी को अकेला वार्ड में छोड़ कर जाने का कोई प्रावधान नहीं है. हथकड़ी लगा कर भी कैदी को अकेला छोड़ने का कोई नियम नहीं है. न ही कैदी को अस्पताल से बाहर लेकर जाने का नियम है.
टेंपो पर छोड़ दवा लेने गया सिपाही, कैदी ने दिया रुपये का लालच
सिपाही की जिम्मेदारी है : अधीक्षक
एमजीएम में भर्ती मरीज को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए कुछ दवाई बाहर से मंगवाई जाती है जिसे बाहर से लाने की जिम्मेदारी मरीज के अटेंडर या परिजन की होती है. अगर किसी कैदी का इलाज अस्पताल में हो रहा है तो उसकी देख-रेख और दवा लाने की जिम्मेदारी कैदी के साथ तैनात सिपाही की होती है, किसी वार्ड ब्वॉय की नहीं.
डा. भारतेंदू भुषण, अधीक्षक, एमजीएम अस्पताल.
चल नहीं पा रहा था कैदी : थानेदार
सिपाही कैदी को एक्स-रे कराने के लिए सर्जरी वार्ड से बाहर लेकर आया था. एक्स-रे के बाद सिपाही दवा लाने बाहर निकला था. पैर में चोट के कारण कैदी चल नहीं पा रहा था इसलिएसिपाही उसे टेंपो पर बैठाकर ले गया. इसी दौरान कैदी ने लालच देकर भागने की कोशिश की, लेकिन चालक ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
प्रमोद कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी, बर्मामाइंस
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