जमशेदपुर: सिदगोड़ा स्थित रामकृष्ण मिशन स्कूल में आठवीं और नौवीं के कुल 62 विद्यार्थियों के फेल किये जाने के मामले को सुलझाने के लिए स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों की एक बैठक डीएसइ की ओर से बुलायी गयी थी.
अभिभावकों ने कहा कि बच्चे को गलत मंशा के तहत फेल कर दिया गया है. साथ ही उन्हें स्कूल से बाहर कर एनआइओएस के जरिये परीक्षा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. अभिभावकों ने स्कूल में अनट्रेंड शिक्षकों से भी बच्चों को पढ़ाने का आरोप लगाया. स्कूल प्रबंधन से जुड़े सदस्यों ने कहा कि नौवीं में जिन बच्चों को फेल किया गया है, वे काफी कमजोर हैं. अगर उन्हें दसवीं में भेजा जाता है तो वे बोर्ड परीक्षा में फेल कर जायेंगे.
आठवीं में फेल छात्रों पर नहीं हो सका फैसला
बैठक में आठवीं में फेल छात्रों के मामले में कोई ठोस फैसला नहीं लिया जा सका. डीएसइ इंद्र भूषण सिंह ने कहा कि आठवीं के बच्चे भले कमजोर हैं, लेकिन अगर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे को प्रमोट किया जाये और अगर पैरेंट्स यह लिख कर देने को तैयार हैं कि अगर नौवीं में बच्चे फेल करते हैं तो जिम्मेवारी स्कूल प्रबंधन की नहीं होगी, इस सूरत में आठवीं में बच्चे को नहीं रोका जा सकता है. प्रबंधन ने इस मामले में बोर्ड के नियमों का पालन करने की बात कही है. स्कूल प्रबंधन ने साफ किया कि वे नौवीं के फेल छात्रों को स्कूल से बाहर नहीं कर रहे हैं, लेकिन आठवीं के बच्चों को प्रमोट नहीं किया जायेगा. उन्हें उसी क्लास में रिपीट कराया जायेगा.
अभिभावक संघ ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
राम कृष्ण मिशन स्कूल में अपने पक्ष में फैसला नहीं आने से जमशेदपुर अभिभावक संघ आक्रोशित है. संघ के सदस्यों ने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने के साथ-साथ शिक्षा विभाग को गुमराह करने का आरोप लगाया है. संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश ने कहा कि मंगलवार को अभिभावक स्कूल प्रबंधन से स्कूल परिसर में मुलाकात करेंगे, अगर स्थिति में कोई सुधार नहीं होता है, तो अभिभावकों के साथ वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इसकी लिखित जानकारी भी जिला शिक्षा अधीक्षक को दे दी गयी है.