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झारखंड : गड्ढे में गिरी कार, चुटिया की युवती की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल
गालूडीह के पास बस ने नहीं दिया पास, अनियंत्रित हुई कार जमशेदपुर/रांची : रांची से कोलकाता जा रही एक कार गालूडीह थाना क्षेत्र के उलदा के पास सोमवार तड़के करीब दो बजे अनियंत्रित होकर नाले में गिर गयी. हादसे में कार चला रही युवती की मौत हो गयी, जबकि उसकी मां, भाई तथा पारिवारिक दोस्त […]
गालूडीह के पास बस ने नहीं दिया पास, अनियंत्रित हुई कार
जमशेदपुर/रांची : रांची से कोलकाता जा रही एक कार गालूडीह थाना क्षेत्र के उलदा के पास सोमवार तड़के करीब दो बजे अनियंत्रित होकर नाले में गिर गयी. हादसे में कार चला रही युवती की मौत हो गयी, जबकि उसकी मां, भाई तथा पारिवारिक दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गये.
जानकारी के अनुसार रांची के चुटिया निवासी परेश डे की पुत्री सोमाना डे (20) अपनी मां करुणा डे (42), भाई बॉबी डे (18) तथा एक पारिवारिक मित्र आकाश मित्तल (28) के साथ अपनी बीमार नानी से मिलने आइ-10 कार (जेएच 01 एएच/ 0337) से कोलकाता जा रही थी. कार को सोमाना ही चला रही थी. गालूडीह के पास सामने से आ रही बस को डिपर देने के बाद भी बस चालक ने बस ने पास नहीं दिया. बस बिल्कुल सामने पड़ गयी, तो सोमाना ने टक्कर से बचने की कोशिश में कार पर नियंत्रण खो दिया, जिससे वह नाले में जा गिरी. हादसे में सोमाना की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि अन्य तीन घायल हो गये.
सभी घायलों को एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर में भर्ती कराया गया है. करुणा डे के सिर और कमर में व आकाश के पैर और कमर में गंभीर चोट आयी है. सोमाना के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक कार में एक बिल्ली भी थी, जिसकी मौके ही पर मौत हो गयी. घटनास्थल पर एक लोकल न्यूज चैनल का स्टिकर पड़ा हुआ मिला है, जो कार में लगा हुआ था और हादसे में छूट कर नीचे गिर गया. घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है. घायल बॉबी डे ने बताया कि वे कोलकाता में रहने वाली अपनी नानी से मिलने जा रहे थे, जिनकी तबीयत कुछ दिन से खराब है. ज्यादा तबीयत बिगड़ने की सूचना पर वे रात को ही रवाना हो गये थे. जमशेदपुर में गाड़ी रोक कर सभी ने नाश्ता भी किया था.
दो घंटे तक नहीं आयी पुलिस, बच सकती थी सोमाना की जान : बॉबी
बॉबी ने बताया कि घटना के बाद सभी बेहोश हो गये. वह (बॉबी) किसी तरह कार से बाहर निकला तथा राहगीरों से मदद ली. बॉबी ने बताया कि घटना के बाद उसने काफी देर तक पुलिस को फोन किया, लेकिन करीब दो घंटे तक पुलिस नहीं आयी. इसके बाद उसने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस मंगवायी. कार से सभी लोगों को निकालकर एमजीएम अस्पताल ले जाया गया. बॉबी का कहना है कि अगर पुलिस समय पर आ जाती, तो सोमाना की जान बच सकती थी.
उसने एमजीएम अस्पताल में बताया कि वे लोग बेहतर इलाज कराने के लिए रांची जानाे वाले हैं, लेकिन सोमाना के शव का पंचनामा कराने में विलंब होने के कारण परेशानी हो रही है. बॉबी ने बताया कि एमजीएम अस्पताल में मरीजों का इलाज सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. आकाश के परिवार के भी कई लोग एमजीएम पहुंचे हैं.
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