कोल्हान विवि lकॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों के भुगतान पर कॉलेजों में अलग-अलग नियम
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मानदेय कहीं पांच हजार, तो कहीं 15 हजार
कोल्हान विवि lकॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों के भुगतान पर कॉलेजों में अलग-अलग नियम जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में वित्तीय अनियमितता की बड़ी पृष्टभूमि तैयार हो गई है. विवि के अंगीभूत कॉलेजों में कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की सेवाओं को लेकर अलग-अलग नियमों पर अमल हो रहा. विवि की ओर से 135 घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति किये […]
जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में वित्तीय अनियमितता की बड़ी पृष्टभूमि तैयार हो गई है. विवि के अंगीभूत कॉलेजों में कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की सेवाओं को लेकर अलग-अलग नियमों पर अमल हो रहा. विवि की ओर से 135 घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति किये जाने के बाद कुछ कॉलेजों में पूर्व से सेवा दे रहे गेस्ट फैकल्टी की सेेवाएं बंद की जा रही हैं. कुछ कॉलेज उनकी सेवाएं ले रहे. कई जगह नेट व पीएचडी योग्यताधारी शिक्षकों को पांच हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है
तो कुछ कॉलेजों में स्नातकोत्तर योग्यताधारी टॉपर छात्रों को अधिकतम 15 हजार तक भुगतान हो रहा है. जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में मई 2017 से दिसंबर 2017 माह तक किसी गेस्ट फैकल्टी को एक भी रुपये का भुगतान नहीं हुआ है. विवि दावा कर रहा है कि महज सितंबर माह तक का प्रस्ताव प्राप्त है. कॉलेजों में सेकेंड शिफ्ट की कक्षाएं भगवान भरोसे चल रही हैं. विवि की अोर से कॉलेजों को कक्षा संचालन के संबंध में कोई स्पष्ट गाइड लाइन नहीं दी गई है. लिहाजा प्राचार्य अपनी मर्जी व जरूरत के अनुसार फैसले ले रहे हैं.
कॉलेज की अोर से समय से प्रस्ताव विवि को नहीं भेजने के कारण कुछ शिक्षकों के वेतन भुगतान में विलंब हो सकता है. वर्कर्स कॉलेज ने जून से सितंबर तक का ही प्रस्ताव मिला है.
-सुधांशु कुमार, वित्त अधिकारी, कोल्हान विवि
घंटी आधारित शिक्षकों के योगदान के बाद असमंजस की स्थिति
विवि का स्पष्ट निर्देश नहीं, वर्कर्स कॉलेज में आठ माह से भुगतान लंबित
कई जगह पीजी टॉपर ले रहे कक्षा, 15 हजार रुपये तक हो रहा भुगतान
संविदा शिक्षकों का भुगतान लंबित होने के मामले में जानकारी ले रहा हूं. मुझे अब तक मामले में कोई सूचना नहीं मिली है.
– बीएन प्रसाद, प्राचार्य, वर्कर्स कॉलेज
विवि की अोर से घंटी आधारित शिक्षकों की पदस्थापना किये जाने के कारण अब पूर्व से विभिन्न विषयों में स्नातक की कक्षाएं लेने वाले गेस्ट फैकल्टी की सेवाएं रोक दी जायेंगी.
– डॉ. उषा शुक्ला, प्राचार्य, ग्रेजुएट कॉलेज
पूर्व से सेवा देने वाले गेस्ट फैकल्टी की सेवाएं रोकने संबंधी कोई आदेश विवि की ओर से नहीं प्राप्त हुआ है. कॉलेज में 15 हजार रुपये पर पीजी टॉपर की सेवाएं ली जा रही हैं.
– डॉ. एमआर सिन्हा, प्राचार्य, को-ऑपरेटिव
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