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दो महीने में चलायें स्कूल बस: डीसी

फैसला. 64 प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपलों के साथ जिला प्रशासन ने की बैठक निजी स्कूलों को हर हाल में चलानी होगी बस लॉटरी की साॅफ्ट कॉपी भी जमा करनी होगी जमशेदपुर : शहर के प्राइवेट स्कूलों को अगले दो महीने में बस चलाना होगा. अगर वे बस नहीं चलाते हैं, तो कार्रवाई होगी. प्राइवेट स्कूल […]

फैसला. 64 प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपलों के साथ जिला प्रशासन ने की बैठक

निजी स्कूलों को हर हाल में चलानी होगी बस
लॉटरी की साॅफ्ट कॉपी भी जमा करनी होगी
जमशेदपुर : शहर के प्राइवेट स्कूलों को अगले दो महीने में बस चलाना होगा. अगर वे बस नहीं चलाते हैं, तो कार्रवाई होगी. प्राइवेट स्कूल किस प्रकार से बस चलाते हैं, यह उन पर निर्भर करेगा. बस संचालन के लिए वे किसी एजेंसी का भी सहारा ले सकते हैं. इसके लिए जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन मदद करेगा. लेकिन अब अभिभावकों पर लोड बढ़ जायेगा या फिर वे किस प्रकार से बस को मैनेज करेंगे यह कह कर काम नहीं चलेगा.
यह आदेश गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय में आयोजित जिला प्रशासन की बैठक में डीसी अमित कुमार ने दी. बैठक में शहर के 64 प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपलों के साथ ही मैनेजमेंट से जुड़े लोग शामिल थे. इस दौरान एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, एसडीअो माधवी मिश्रा, डीएसइ बांके बिहारी सिंह समेत कई अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक के दौरान बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा करते हुए उक्त निर्णय लिया गया. एसएसपी ने कहा कि छुट्टी या स्कूल लगने के वक्त पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था खराब हो जाती है. समय-समय पर अॉटो या फिर कंडम वैन में अोवर लोडिंग की वजह से दुर्घटनाएं होती हैं. बच्चों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा. प्राइवेट स्कूल प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार की बहानेबाजी करने पर बोर्ड के एफिलिएशन बायलॉज का हवाला देते हुए बोर्ड के पास मान्यता रद्द करने के लिए चिट्ठी लिखने के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी.
10 से 17 जनवरी के बीच लॉटरी, रिजल्ट 28 को. जिला प्रशासन की अोर से आयोजित बैठक में तय किया गया कि लॉटरी से पूर्व सभी स्कूलों के प्रिंसिपल जिला प्रशासन को जानकारी देंगे कि वे कब लॉटरी करना चाहते हैं. उक्त तिथि को प्रशासन की अोर से स्कूल में एक पर्यवेक्षक भेजा जायेगा. उसकी मौजूदगी में ही लॉटरी होगी. साथ ही लॉटरी से पूर्व स्क्रूटनी में छंटनी के बाद सभी विद्यार्थियों के डाटा बेस की एक सॉफ्ट कॉपी शिक्षा विभाग को सौंपी जायेगी. साथ ही जिस सॉफ्टवेयर से लॉटरी की गयी है, उसे भी सौंपा जायेगा, ताकि लॉटरी में धांधली की शिकायत मिलने पर उसकी जांच की जा सके. प्राइवेट स्कूलों में 10 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक ही लॉटरी होगी. रिजल्ट 28 जनवरी को जारी किया जायेगा.
हिडेन कोटा नहीं चलेगा, लिख कर दें जानकारी. बैठक के दौरान डीसी ने यह भी कहा कि आरटीइ के नियमों में कहीं भी कोटा सिस्टम की बात नहीं है. लेकिन प्राइवेट स्कूलों में टाटा कोटा, मैनेजमेंट कोटा, एल्यूमिनाइ कोटा, सिबलिंग कोटा, स्टाफ कोटा समेत तमाम तरह के कोटा फिक्स हैं. इससे सामान्य श्रेणी के बच्चों का दाखिला प्राइवेट स्कूलों में नहीं हो पाता है. इस पर स्कूलों की अोर से दलील दी गयी कि स्कूल में जो भी स्टाफ हैं उनके बच्चे कहां पढ़ेंगे, इस तरह के कुछ लोगों के लिए कोटा फिक्स किया गया है. इस पर डीसी ने कहा कि कोटे की सीट की पूरी जानकारी लॉटरी से पूर्व लिख कर दें. इसके बाद ही लॉटरी करें. साथ ही लॉटरी के बाद कुछ सीटों के लिए वेटिंग लिस्ट भी जारी करने को कहा गया. लेकिन उक्त वेटिंग लिस्ट को सार्वजनिक नहीं किया जायेगा. जिला प्रशासन व स्कूल के पास वेटिंग लिस्ट की सूची रहेगी. सामाजिक कार्यकर्ता अंकित आनंद ने इस संबंध में पीएमअो में शिकायत की गयी थी, इस आलोक में यह निर्णय लिया गया.
स्कूल की दीवारों पर पेंटिंग बनवायें : बैठक के दौरान स्कूलों में साफ-सफाई बरतने का आदेश दिया गया. साथ ही कहा गया कि स्कूल की दीवारों पर स्थानीय कलाकारों द्वारा पेंटिंग बनवायें. अच्छे स्लोगन लिखवायें, ताकि बच्चों को बेहतर संदेश भी दिया जा सके.
लॉटरी सिस्टम में मनमानी पर रोक, मौजूद रहेंगे अफसर
अब छह किमी तक के बच्चों का स्कूलों को लेना होगा एडमिशन
प्राइवेट स्कूलों की अोर से तीन किमी से दूर के गरीब व अभिवंचित वर्ग के बच्चों का दाखिला नहीं लिया जा रहा था. लेकिन गुरुवार की बैठक में नेवरहुड की परिभाषा को डिफाइन किया गया. बैठक में तय किया गया कि अगर छह किमी तक के बच्चे भी गरीब व अभिवंचित की श्रेणी में आते हैं तो उन्हें दाखिला देना होगा. वे ड्रॉप आउट होते हैं या नहीं होते हैं, यह देखने को काम जिला प्रशासन का है.
बैठक से गायब रहने वाले 15 स्कूलों को होगा शोकॉज
बैठक के दौरान जिले के कुल 64 प्राइवेट स्कूलों ( 30 सीबीएसइ अौर 34 आइसीएसइ ) को शामिल होने का आदेश दिया गया था. जिसमें राम कृष्ण विवेकानंद शारदा विद्यापीठ बनकांटी, संत नंदलाल स्मृति विद्यामंदिर, घाटशिला, शेन इंटरनेशनल स्कूल मानगो, साउथ प्वाइंट स्कूल गोबरघुसी, विग इंग्लिश स्कूल छोटा गोविंदपुर, विकास विद्यालय मानगो, विवेकानंद इंग्लिश हाइ स्कूल साकची, जेवियर पब्लिक स्कूल आसनबनी, आंध्रा एसोसिएशन इंग्लिश स्कूल कदमा, बाल्डविन कदमा फार्म एरिया स्कूल कदमा, डीएवी पब्लिक स्कूल पटेलनगर, दिल्ली पब्लिक स्कूल तुड़ियाबेड़ा, गुलमोहर हाइ स्कूल टेल्को, नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल पोखारी, नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल दुड़कू,
सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन को सिंगल विंडो सिस्टम
प्राइवेट स्कूलों की अोर से अपना पक्ष रखते हुए कहा गया कि कुछ बच्चों का सर्टिफिकेट फर्जी रहता है, लेकिन उनके पास किसी प्रकार का कोई मैकेनिज्म नहीं रहता कि वे उसका जांच करवा सके. प्राइवेट स्कूल प्रबंधन की इस असुविधा को देखते हुए कहा कि यह जायज बिंदु है, इसके लिए जिला प्रशासन की अोर से एडमिशन के दौरान एक टोल फ्री नंबर जारी किया जायेगा. जहां फोन कर ना सिर्फ स्कूल प्रबंधन कुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं बल्कि अगर आम अभिभावकों को भी किसी प्रकार की कोई शिकायत है तो वो उसे वहां दर्ज कर सकेंगे. संदिग्ध सर्टिफिकेट की जांच के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की जायेगी.

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