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टीएमएच की फीस पर 15 दिन में फैसला

जमशेदपुर : टीएमएच की फीस बढ़ोतरी के विरोध में जिला परिषद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता राजकुमार सिंह के नेतृत्व में जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम लोगों ने टाटा स्टील का जनरल आॅफिस गेट शुक्रवार सुबह जाम कर दिया. जाम करीब चार घंटे तक चला. इस दौरान लोगों ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन […]

जमशेदपुर : टीएमएच की फीस बढ़ोतरी के विरोध में जिला परिषद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता राजकुमार सिंह के नेतृत्व में जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम लोगों ने टाटा स्टील का जनरल आॅफिस गेट शुक्रवार सुबह जाम कर दिया. जाम करीब चार घंटे तक चला. इस दौरान लोगों ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन को देखते हुए जनरल अाॅफिस गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी. मुख्य गेट से बाहर कुछ दूर पर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया गया,

इसके बावजूद वहीं सड़क पर बैठ कर लोगों ने विरोध दर्ज कराया. दो घंटे बाद प्रबंधन की ओर से एमडी ऑफिस में पदस्थापित काॅरपोरेट रिलेशन की सीनियर मैनेजर बहालन चांपिया वार्ता करने पहुंची. वार्ता में उन्होंने 15 दिन का समय मांगा , इस अवधि में मैनेजमेंट मामले की समीक्षा करेगा. इसके बाद फैसला लिया जायेगा. इस आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म किया गया.

प्रदर्शन के दौरान जिप उपाध्यक्ष ने एक मांग पत्र भी टाटा स्टील प्रबंधन को सौंपा. इसमें टीएमएच की इमरजेंसी सेवा को पांच सौ रुपये की जगह नि:शुल्क करने की मांग की गयी है. इसके समर्थन में उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला दिया गया है. वार्ड में भरती के लिए शुल्क को 20 हजार से घटाकर 5 हजार रुपये और आइसीयू, सीसीयू और एचडीयू में दाखिला की फीस को 10 हजार रुपये करने की मांग की गयी है.
प्रदर्शन के दौरान जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि टीएमएच की आधारभूत संरचना बेहतर हुई है, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर अस्पताल छोड़ चुके है या सेवानिवृत्त हो गये है. उन्होंने बेहतर चिकित्सकों को बहाल करने की मांग की. टीएमएच के सिस्टम पर सवाल उठाते हुए जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि टाटा स्टील के सेवानिवृत्त कर्मचारी बीमार होने पर भर्ती होते है तो उन्हें तुरंत छुट्टी दे दी जाती है जबकि सामान्य बाहरी मरीज भर्ती होता है तो उसे शीघ्र छोड़ा नहीं जाता, इससे यह अंदेशा होता है कि कहीं न कहीं कोई गड़बड़ी है.
प्रदर्शन में शामिल थे : जिला परिषद अध्यक्ष बुलुरानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, जिला परिषद सदस्य किशोर यादव, राणा दे, सत्यवान नायक, सुभाष सरदार, शांति तारे, सुनील शाह, जगन्नाथ महतो, सपन महतो, पिंटू दत्ता, चंद्रावती महतो, प्रदीप बेसरा, राखी गुहा, प्रखंड प्रमुख रवींद्र नाथ सरदार, उपप्रमुख अफजल अख्तर, भाजपा मंडल अध्यक्ष पंकज सिन्हा, दीपू सिंह, अमरेंद्र पासवान, उमाशंकर सिंह, चुन्नु भूमिज, अभय चौबे, मंटू चरण दत्ता, 20 सूत्री पटमदा अध्यक्ष बासुदेव मंडल, भाजयुमो अध्यक्ष अमरजीत सिंह राजा, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष नीरू सिंह, मुकुल मिश्रा, विश्वजीत भगत, बिरजू पात्रो, राधा रानी टुडू, राजू पात्रो, मोहन भगत, हेमंत खलको, भीमसेन भूमिज, कविता करुआ, मुखी समाज के सुरेश मुखी, सागर मुखी, संजय मुखी, महेश मुखी, रोहित मुखी, छोटे लाल मुखी समेत अन्य.
मांगे पूरी नहीं होने पर आमरण अनशन की दी चेतावनी
धरना स्थल पर हुई वार्ता
करीब दो घंटे के प्रदर्शन के बाद जिला परिषद की उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह को टाटा स्टील प्रबंधन ने अंदर वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं गये. इसके बाद एमडी ऑफिस में पदस्थापित काॅरपोरेट रिलेशन की सीनियर मैनेजर बहालन चांपिया वार्ता करने पहुंची. उनके आश्वासन पर 15 दिन का समय प्रदर्शनकारियों ने टाटा स्टील प्रबंधन को दिया है. राजकुमार सिंह ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो इस बार आमरण अनशन करेंगे ताकि जनता के साथ न्याय हो सके.

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