एटीएम लूटकांड के 48 घंटे बाद : सुरक्षा बढ़ाना छोड़िये, एटीएम से 50 फीसदी सुरक्षाकर्मी हटाये गये
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खर्च घटानेे के लिए बैंकों ने सुरक्षा से किया समझौता
एटीएम लूटकांड के 48 घंटे बाद : सुरक्षा बढ़ाना छोड़िये, एटीएम से 50 फीसदी सुरक्षाकर्मी हटाये गये जमशेदपुर : साकची शीतला मंदिर के सामने के एटीएम से हुई लूटकांड के 48 घंटे बीत चुके हैं. वहीं बैंकों के एटीएम का हाल जैसे था, उससे भी बदतर हो गया है. बैंकों को जिला प्रशासन और पुलिस […]
जमशेदपुर : साकची शीतला मंदिर के सामने के एटीएम से हुई लूटकांड के 48 घंटे बीत चुके हैं. वहीं बैंकों के एटीएम का हाल जैसे था, उससे भी बदतर हो गया है. बैंकों को जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने को कहा था. इसके उलटे बैंकों ने 50 फीसदी सुरक्षाकर्मियों को एटीएम से हटा दिये हैं. इसे लेकर बकायदा सुरक्षा एजेंसियों को नोटिस दे दिया गया था कि सुरक्षाकर्मियों की संख्या को कम करें.
जमशेदपुर में करीब 350 एटीएम हैं. इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का कुल 132 एटीएम हैं, जिसमें से 50 फीसदी एटीएम से सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है. बैंक प्रबंधन की ओर से बकायदा सरकुलर जारी कर दिया गया है कि सुरक्षाकर्मियों की संख्या को कम किया जाये, ताकि बैंकों के खर्च को कम किया जा सके. इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया के करीब 160 एटीएम है. इन सारे एटीएम में से सौ एटीएम में गार्ड नहीं है, जबकि 60 एटीएम में ही गार्ड लगाये गये हैं,
जिसकी संख्या को और कम किया जाना है. बैंक की ओर से सभी प्रबंधकों को यह नोटिस दिया गया है कि अगर जरूरी नहीं है, तो वहां सुरक्षाकर्मियों को रखने की जरूरत तक नहीं है. इसी तरह सेंट्रल बैंक का करीब 20 एटीएम है और बैंक ऑफ बड़ोदा का 54 एटीएम है. इन सभी एटीएम में से 50 फीसदी ऐसे हैं, जिसमें सुरक्षा के कोई इंतजाम तक नहीं है.
अधिकांश लोग समझते हैं सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर नहीं होते, जबकि हकीकत कुछ और. अधिकांश लोग एटीएम जाते हैं, तो सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर नहीं होते हैं. आम लोगों को लगता है कि सुरक्षाकर्मी ड्यूटी बजाने के बजाय आराम फरमा रहे होंगे. वहीं हकीकत यह होता है कि बैंकों ने रात्रि पाली में सुरक्षाकर्मी को कहीं ड्यूटी है, तो कहीं पर दिन के समय भेज दिया जाता है. जाहिर सी बात है कि जब ड्यूटी नहीं होंगी, तो सुरक्षाकर्मी कैसे रहेंगे.
सीसीटीवी का भी बुरा हाल : अधिकांश खराब. एटीएम में लूट की वारदात के बाद पुलिस पहले सीसीटीवी फूटेज देखती है. वहीं सच्चाई यह है कि अधिकांश एटीएम का सीसीटीवी या तो गायब हो चुके है या खराब है. बैंकों का दावा होता है कि औचक निरीक्षण सुरक्षा को लेकर की जाती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.
सीसीटीवी खराब पड़ी होती है, जिसका मेंटेनेंस कई-कई दिनों के बाद होती है. इस दौरान अपराधी घटना को अंजाम दे चुके होते हैं.
रिव्यू कर रहे हैं
एटीएम की सुरक्षा का रिव्यू कर रहे हैं. कुछेक स्थानों से सुरक्षाकर्मी हटाये हैं. अभी इसकी समीक्षा की जा रही है कि कैसे और सुरक्षात्मक तरीका अपनाया जा सके.
नवीन कुमार, रीजनल मैनेजर, एसबीआई
सुरक्षा का ख्याल है
एटीएम की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है. इसके लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. एटीएम की सुरक्षा को लेकर बहुत जल्द बैंकरों के साथ मीटिंग होगी.
अनूप टी मैथ्यू, एसएसपी, पूर्वी सिंहभूम
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