पोटका (पूर्वी सिंहभूम) : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग की जमीनी हकीकत को देखने के लिए कॉमन रिव्यू मिशन, भारत सरकार के टीम ने बुधवार को पोटका प्रखंड क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरे मे टीम का नेतृत्व डॉ सुरेश के मोहम्मद ने किया. टीम तेंतलापोड़ा, पोड़ाडीहा एवं पीएचसी हल्दीपोखर गयी. इस दौरान टीम को जहां तेतलापोड़ा मोबाइल चिकित्सा शिविर में खामिया मिली, वहीं पीएचसी हल्दीपोखर की व्यवस्था का सराहना किया.
टीम ने कर्मियों के साथ बैठक कर व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया. टीम में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. एके लाल, पोटका के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एम धावरिया, डीपीएम निर्मल कुमार आदि मौजूद थे.
मोबाइल चिकित्सा शिविर का माइक्रोस्कोप खराब
कॉमन रिव्यू मिशन भारत सरकार की टीम मे सर्वप्रथम सुदूर जंगलवर्ती क्षेत्र तेंतलापोड़ा मोबाइल चिकित्सा शिविर को देखने पहुंची. यहां माइक्रोस्कोप मशीन को खराब पाया, जिसे सुधारने का निर्देश दिया. जांच टीम पहुंचने तक यहां 30 मरीजों का इलाज हो चुका था. यहां से टीम खैरपाल मध्य विद्यालय पहुंची, जहां वीएफ कार्यक्रम के तहत बालक एवं बालिकाओं को दिये जानेवाली आयरन गोली के बारे में विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि जरूरतमंद बच्चे नियमित आयरन गोली का सेवन करें.
पीएचसी हल्दीपोखर में प्रतिमाह 60 प्रसव, व्यवस्था को सराहा
केंद्रीय टीम दिन के साढ़े बारह बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हल्दीपोखर पहुंची और एक घंटे तक लेवर रूम, पैथालोजी, दवा भंडार, मरीज वार्ड घूम-घूम कर स्थिति का मुआयना किया. यहां बताया गया कि पीएचसी में प्रतिमाह औसत 60 प्रसव होता है, प्रतिदिन 60-70 मरीजों की ओपीडी जांच कर दवाई दी जाती है, पैथलॉजी मे 25-30 मरीजों की जांच की जाती है. टीम ने पीएचसी हल्दीपोखर की व्यवस्था, रखरखाव और साफ-सफाई को भी देखा, जिसकी सराहनाकी एवं और बेहतर करने के लिए सुझाव मांगा. यहां चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सिंड्रेला बालमुचू ने कहा कि पीएचसी हल्दीपोखर में चिकित्सक एवं दवाई की कमी है, जिसे दूर किया जाये. इस पर टीम ने कहा कि पूरे राज्य में चिकित्सकों के कमी की समस्या सामने आयी है, जिसे दूर करने के लिए केंद्र सरकार को अवगत करायेंगे. इस दौरान फार्मासिस्ट अंबुज गोप, मनोज कुमार शर्मा आदि मौजूद थे.