जमशेदपुर/चाईबासा : कोल्हान विश्वविद्यालय में मंगलवार को हुई सिंडिकेट की बैठक में शिक्षकों से लेकर छात्रों तक पर तोहफे की बरसात हुई. विवि ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए कैरियर एडवांसमेंट स्कीम की समय सीमा दिसंबर 2017 तक बढ़ाने पर मुहर लगा दी. इसके अलावा शिक्षकों के प्रमाेशन एवं ग्रेड पे में वृद्धि के लिए राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के संकल्प संख्या 1188 को अनुमोदित कर दिया.इससे शिक्षकों के सभी संवर्ग को कॅरियर में उन्नति का समान अवसर उपलब्ध होगा.
वर्ष 2008 में नियुक्ति होकर कोल्हान विवि के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों से सेवा दे रहे 90 से अधिक शिक्षकों का ग्रेड पे छह हजार से बढ़कर 8000 तक हो जाएगा.योजना के तहत 2006 के बाद नियुक्त होने वाले पीएचडी डिग्री धारी शिक्षकों का ग्रेड पे चार वर्ष में 6000 से बढ़कर 7000 और फिर इसी अंतराल पर 7000 से बढ़कर आठ हजार हो जाएगा. वहीं एमफिल डिग्रीधारी शिक्षकों को पांच साल और केवल नेट अथवा राज्य परीक्षा के जरिए चयनित शिक्षकों को छह साल के अंतराल पर ग्रेड पे में बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा.
विवि के हिन्दी पीजी डिपार्टमेंट में तैनात डॉ अविनाश कुमार की ओर से इसका मसौदा कुलपति, प्रतिकुलपति व कुलसचिव के अादेश पर तैयार कर बैठक में रखा गया. इसके अलाव सिंडिकेट ने छात्रों के हित में बड़ा निर्णय लेते हुए वर्ष 2017 के स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा में अधिकतम दो विषयों में फेल होने वाले छात्रों को स्नातक द्वितीय वर्ष में दाखिला देने पर स्वीकृति दी. विवि ने शर्त रखी है कि अगले वर्ष होने वाली परीक्षा में संबंधित छात्रों को अपनी कक्षा के साथ-साथ संबंधित विषयों की परीक्षा में भी सफल होना होगा.
तृतीय वर्ष से पहले छात्रों को फेल विषय में पास होना होगा. विवि ने तय किया है कि आगामी दस नवंबर को होने वाले सीनेट मीटिंग में कोल्हान विवि प्रशासन पांच लाख रुपये खर्च करेगा. मंगलवार को कुलपति डॉ शुक्ला माहंती की अध्यक्षता में संपन्न सिंडिकेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस दौरान पिछले बैठक की निर्णय को स्वीकृति दी गयी. बैठक में 2018-19 सत्र के बजट पर विचार विमर्श किया गया. इसमें 215 करोड़ बजट बनाने का निर्णय को पारित किया गया. साथ ही परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिये गये निर्णय को फाइनल स्वीकृति दे दी. इसमें चार पीएचडी शोधार्थियों के उपाधि शामिल है. विवि में कार्यरत तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के विभिन्न मदों दी जाने वाली राशि में कटौती गयी है. इसमें मोबाइल भत्ता आदि शामिल है.
मैरिट के तहत प्रमोशन कराने पर विचार किया गया है. विवि में मैरिट के अनुसार विभिन्न पदों पर प्रमोशन देने का निर्णय लिया गया है. वर्षो से विवि में मैरिट के तहत पदोन्नति नहीं मिलती थी. बैठक में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति डॉ रंजीत सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ पीके पाणी, कुलसचिव डॉ एसएन सिंह, सीसीडीसी डॉ जेपी मिश्रा, डीएसडब्लयू प्रो एके झा, वरिष्ठ सिंडिकेट सदस्य राजेश शुक्ला, वित्त सलाहकार मधुसूदन, एफए सुधांशु कुमार समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे. शिक्षक नेता डॉ. विजय कुमार पीयूष, संजीव कुमार, इंदल पासवान ने फैसले का स्वागत किया.