गालूडीह. 36 करोड़ की लागत से गालूडीह से नरसिंहपुर बंगाल सीमा तक 15 किमी लंबी सड़क निर्माण करने वाली एसकेएम ठेका कंपनी के अलकतरा-गिट्टी मिक्चर प्लांट के जहरीली गैस से बड़बिल और धोडांगा गांव में तबाही मची है. दोनों गांवों में करीब तीन एकड़ में तैयार धान की फसल झुलस कर बर्बाद हो गयी. इससे किसानों में ठेका कंपनी के खिलाफ नाराजगी है. किसानों ने ठेका कंपनी के अधिकारियों से शिकायत की, तो जवाब मिला प्लांट से जहरीली गैस नहीं निकलती है. प्रदूषण विभाग की जांच के बाद प्लांट चालू किया गया है. किसी और कारण से धान की फसलें बर्बाद हुईं हैं.
बड़बिल के किसान भास्कर भकत ने कहा कि एक एकड़ में सुपर सुवर्णा किस्म के धान पकने लगे थे. बताया कि पिछले दिनों ठेका कंपनी के प्लांट से जब जहरीली गैस छोड़ी गयी तो पक रहे धान की फसलें झुलस कर काली हो गयी. धान की बालियां काली हो गयी हैं. करीब एक एकड़ में तैयार फसल नष्ट हो गयी. इससे किसान चिंतित हैं. इसी तरह बड़बिल और धोड़ांगा और कई किसानों की फसल ठेका कंपनी के प्लांट की जहरीली गैस से झुलस कर बर्बाद हो गयी. बड़बिल के विकास भकत, हिरेण चौधरी आदि ने बताया कि प्लांट में जब अलकतरा और गिट्टी डाल कर मिक्चर का काम शुरू होता है, तब काला धुआं निकलता है. इससे ग्रामीण परेशान हैं.
एसडीओ से मिलेंगे किसान, मांगेंगे मुआवजा
बड़बिल के किसानों ने बताया कि सोमवार को घाटशिला के एसडीओ से मिलकर मांग पत्र सौंपेंगे और जांच कर मुआवजा देने की मांग की जायेगी. मांग पत्र की प्रतिलिपि सीओ, बीडीओ और प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को भी सौंपा जायेगा. प्लांट बैठाने के दौरान भी विरोध हुआ था.