जमशेदपुर : बीएसएनएल के 64 हजार माेबाइल टावराें काे अलग कर टावर कंपनी बनाये जाने का विरोध समेत अन्य कई मुद्दाें काे लेकर 13-14 दिसंबर काे दाे दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है. हड़ताल में बीएसएनएल की सभी यूनियनें शामिल होंगी. साेमवार काे टावर कंपनी व नये वेतनमान के मुद्दे काे लेकर सभी मुख्यालयाें […]
जमशेदपुर : बीएसएनएल के 64 हजार माेबाइल टावराें काे अलग कर टावर कंपनी बनाये जाने का विरोध समेत अन्य कई मुद्दाें काे लेकर 13-14 दिसंबर काे दाे दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है. हड़ताल में बीएसएनएल की सभी यूनियनें शामिल होंगी. साेमवार काे टावर कंपनी व नये वेतनमान के मुद्दे काे लेकर सभी मुख्यालयाें पर प्रदर्शन किया जायेगा.
साथ ही बीएसएनएल कर्मचारियाें के बाेनस के मामले में साेमवार काे ही सीएमडी ने बैठक बुलायी है, जिसके बाद यूनियन आगे की रणनीति बनायेगी. उक्त जानकारी एनएफटीइ के राष्ट्रीय सचिव केके सिंह ने दी. श्री सिंह बीएसएनएल की मान्यता प्राप्त यूनियन एनएफटीइ की दाे दिवसीय (13-14 अक्तूबर) कार्यकारिणी की हैदराबाद में आयोजित बैठक में भाग लेकर लौटे हैं. केके सिंह ने बताया कि एनएफटीइ की मांग है कि लाभ काे अाधार बनाकर बाेनस तय किये जानेवाले फाॅर्मूला खारिज किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि सरकार के खिलाफ ट्रेड यूनियन ने 9-11 नवंबर काे दिल्ली के जंतर-मंतर के समक्ष तीन दिवसीय प्रदर्शन का आयाेजन किया है, इसमें मजदूराें के सभी संगठन शामिल रहेंगे.
श्री सिंह ने बताया कि बीएसएनएल काे इन दिनाें सबसे अधिक राजस्व माेबाइल टावराें से प्राप्त हाे रहा है. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब टावराें काे देखने के लिए अलग से कंपनी का निर्माण कर दिया गया है, जिससे बीएसएनएल काे आैर घाटा हाेगा. इसके विराेध किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल के नन एक्जीक्यूटिव ग्रुप सी-डी के कर्मचारियाें का तीसरा वेतनमान 1 जनवरी 2017 से लंबित है. इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी अधिकारियाें के लिए काम कर रही है, लेकिन कर्मचारियाें की मूलभूत समस्याआें पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. श्री सिंह ने कहा कि एनएफटीइ की अॉल इंडिया कांफ्रेंस अमृतसर में मार्च 2018 में तय की गयी है.