इसका कारण डॉक्टरों व कर्मचारियों की कमी बतायी गयी. वहीं महिला वार्ड, प्रसव केंद्र, ऑपरेशन थियेटर का निरीक्षण किया. टीम ने निरीक्षण के दौरान दूसरा ओटी भी शुरू करने के लिए कहा, ताकि मरीजों काे किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो.
इस दौरान डुमरिया, मुसाबनी व बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर देने के लिए टीम के सदस्यों ने कहा. सिविल सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद ने बताया कि जल्द ही सेंट्रल से टीम जांच करने के लिए आने वाली है. इसको देखते हुए स्टेट की टीम आकर यहां क्या कमी है. इसपर रिपोर्ट तैयार का राज्य के स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगी. टीम में डॉ दीपाली, डॉ तनेजा सहित अन्य सदस्य शामिल हैं. निरीक्षण के दौरान अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ वीणा सिंह, डॉ साहिर पाल आदि उपस्थित थे.