जमशेदपुर. कोल्हान में लौह अयस्क, तांबा, सोना, अबरख के कई भंडार की संभावनाएं दिखी हैं. इसका एरियल सर्वे रिपोर्ट आने के बाद अब भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इसके बाद वन एवं पर्यावरण का ख्याल रखते हुए खनन विभाग नये सिरे से इसके उत्खनन की संभावनाओं को तलाश करेगा. बताया जाता है कि पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी समेत आसपास के इलाके में कॉपर के पुराने माइंस के अलावा भी उच्च क्वालिटी के कॉपर के भंडार हैं.
इसके अलावा सारंडा के आसपास भी नये आयरन ओर के भंडार मिले हैं. पश्चिमी सिंहभूम के पहाड़िया इलाके में इस तरह के भंडार मिले हैं. इसका मिनरल ब्लॉक तैयार कर लिया गया है. तत्काल बिड कर उसे सेटलमेंट किया जायेगा, जिसके लिए प्रोस्पेक्टिंग लाइसेंस व माइनिंग लीज दिया जायेगा. इ-ऑक्शन से पूरी प्रक्रिया होगी. पहाड़िया इलाके के 280 हेक्टेयर में गोल्ड ओर का 1.162 मिलियन टन का भंडार पाया गया है. वहीं सिलवर का 1.162 टन, कॉपर का 232.4 टन, लेड का 581 टन, जिंक का 1859 टन, निकेल का 2905 टन और क्वाटर्ज का 1.162 मिलियन टन का भंडार मिला है. पूर्वी सिंहभूम के केंदरूकोचा के आसपास पुराने गोल्ड माइंस के बगल में भी गोल्ड माइंस मिलने की पुष्टि हो चुकी है. इसका आवंटन भी चल रहा है.
कोल्हान क्षेत्र में कई माइंस का पता चला है. नये खदानों के लाइसेंस व लीज की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. कुछ नये ब्लॉक मिले हैं, जिसकी पुष्टि के लिए ड्रिलिंग से लेकर अन्य कदम उठाये जायेंगे.
-अंजली कुमारी, निदेशक, माइंस एंड जियोलॉजी, खनन