जमशेदपुर/खैरा (जमुई) : मानगो थानांतर्गत शंकोसाई अपना बसेरा निवासी लवकुश राणा के 15 माह के पुत्र अक्षय राणा का उसके ही दोस्त सूरज रावत ने बुधवार को अपहरण कर लिया था. सूरज ने गुरुवार की सुबह फाेन कर लवकुश से फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये की मांग की. मानगो पुलिस की सूचना और टावर लोकेशन के आधार पर सक्रिय हुई जमुई की खैरा पुलिस ने सूरज रावत और उसकी पत्नी को धर दबोचा. उनके पास से अपहृत अक्षय राणा को बरामद कर लिया गया है. अक्षय फिलहाल खैरा पुलिस के पास सुरक्षित है.
सूरज मूल रूप से खैरा, जुमई का रहनेवाला है. अक्षय राणा को बरामद करने की सूचना के बाद मानगो पुलिस लवकुश राणा के साथ जमुई के लिए रवाना हो गयी है. खैरा थानाध्यक्ष दलजीत झा ने बताया कि बच्चे के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गयी है.
जमशेदपुर से अपहृत…
साथ ही गिरफ्त में लिए गये युवक से पूछताछ की जा रही है.
दुर्गापूजा के दौरान शुरू किया था डोसा का व्यवसाय
लवकुश डोसा का व्यवसाय करता है. उसने अपने दोस्त सूरज रावत को दुर्गापूजा में व्यवसाय में सहयोग के लिए जमशेदपुर बुलाया था. अक्षय राणा के मामा मनीष प्रसाद ने बताया कि दोनों ने दुर्गापूजा के दौरान ही डोसा का व्यवसाय शुरू किया था. बुधवार शाम अचानक लवकुश का पुत्र अक्षय घर से गायब हो गया. आसपास उसकी तलाश की गयी लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला.
खोजबीन के दौरान लवकुश ने सूरज को भी गायब पाया. आसपास के लोगों ने लवकुश को बताया कि उन लोगों ने सूरज की गोद में अक्षय को देखा था. इसके बाद लवकुश ने सूरज से कई बार फोन से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उसका फोन बंद मिला. बुधवार देर रात लवकुश राणा ने मानगो पुलिस को 15 माह के पुत्र अक्षय राणा के गायब होने की खबर दी. उन्होंने सूरज पर अपने पुत्र के अपहरण का आरोप भी लगाया. इसके बाद मानगो पुलिस ने सक्रियता से अक्षय की तलाश शुरू की. लेकिन हर बाद सूरज का फोन बंद मिला.
गुरुवार की सुबह फोन पर मांगी फिरौती
गुरुवार की सुबह सूरज का मोबाइल अॉन हुआ. इसके बाद लवकुश के मोबाइल पर एसएमएस आया. एसएमएस आने की सूचना लवकुश ने मानगो थाना प्रभारी को दी. इसके बाद सूरज के मोबाइल पर फोन किया गया. फोन पर सूरज ने लवकुश को बताया कि उसका बच्चा अक्षय उसके पास है. उसे 10 लाख रुपये फिरौती चाहिए. अगर फिरौती नहीं देगा तो अपने बच्चे को भूल जाना. फिलहाल उसका बच्चा सही सलामत है. यह कह कर सूरज ने फोन बंद कर दिया.
फोन कटते ही पुलिस ने सूरज के मोबाइल का लोकेशन पता किया तो वह कोडरमा बता रहा था. मोबाइल के टावर लोकेशन के आधार पर मानगो पुलिस ने पहले कोडरमा फिर जमुई पुलिस से संपर्क किया. सूचना मिलते ही सक्रिय हुई जमुई की खैरा पुलिस ने सूरज को उसकी पत्नी के साथ धर दबोचा. दोनों के पास से अक्षय राणा को भी बरामद कर लिया गया. अक्षय की बरामदगी के बाद जमुई पुलिस ने मानगो पुलिस को पूरी जानकारी दी.
क्रिकेट खेलने के दौरान हुई थी दोस्ती
लवकुश ने बताया कि सूरज से उसकी दोस्ती क्रिकेट खेलने के दौरान हुई थी. दोनों ने कोडरमा जिला में अंडर 19 क्रिकेट मैच खेला था. दोस्ती गहरी होने पर सूरज कई बार जमशेदपुर आकर लवकुश से मिला. हर बार वह कोई काम शुरू करने की बात उससे कहता था. इस साल दुर्गापूजा मेला में डोसा की दुकान लगाने के लिए लवकुश ने सूरज को दो माह पूर्व शहर बुलाया था.
दोनों ने मेला में डोसा का ठेला भी लगाया. घर में साथ रहने के कारण सूरज परिवार के लोगों की तरह हो गया था. वह अक्षय को अक्सर बाहर भी ले जाता था. लवकुश ने बताया कि उसने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि उसका दोस्त सूरज उसके साथ ऐसा करेगा. दस दिन पूर्व ही सूरज को उसने किराये पर अलग से कमरा लेकर रहने को दिया था.
दोस्त के ही बेटे का अपहरण कर मांग रहे थे 10 लाख की फिरौती
फोन लोकेशन पर जमुई की खैरा पुलिस ने अपहरणकर्ता को दबोचा