उक्त कोच में 64 यात्री थे. यात्रियों की संख्या ज्यादा होने और कोच उपलब्ध होने से दूसरा कोच लगाया गया. यात्रियों को कोच में सामान शिफ्ट कराने में टाटानगर के वाणिज्य विभाग, टिकट निरीक्षक, आरपीएफ जवानों सहित सभी रेल अधिकारियों ने सहयोग किया.
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महलीमुरूम स्टेशन के पास डिब्बे के पहिए की खराबी का पता चला, हादसे का शिकार होने से बची गीतांजलि
जमशेदपुर. सोमवार को मुंबई- हावड़ा एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से बच गयी. महलीमुरूम स्टेशन से ट्रेन के गुजरने के समय पता चला कि कोच के बी-1 डिब्बे के पहिये में खराबी है. तत्काल इसकी जानकारी टाटानगर स्टेशन को दी गयी. ट्रेन के टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या चार पर पहुंचने पर बी वन बाेगी […]
जमशेदपुर. सोमवार को मुंबई- हावड़ा एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से बच गयी. महलीमुरूम स्टेशन से ट्रेन के गुजरने के समय पता चला कि कोच के बी-1 डिब्बे के पहिये में खराबी है. तत्काल इसकी जानकारी टाटानगर स्टेशन को दी गयी. ट्रेन के टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या चार पर पहुंचने पर बी वन बाेगी को काट कर अलग किया और दूसरा कोच लगा ट्रेन को हावड़ा के लिए रवाना किया गया.
डेढ़ घंटे खड़ी रही ट्रेन. सुबह 8:50 बजे ट्रेन के टाटा नगर स्टेशन पर पहुंचने के बाद कोच को बदला गया. जिसके बाद ट्रेन को सुबह 10: 15 बजे रवाना किया गया.
तीसरी बार टला हादसा
17 सितंबर को कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस और 22 सितंबर को जयपुर-शालीमार स्पेशल ट्रेन भी हादसे का शिकार होने से बाल- बाल बच गयी थी. उस दौरान भी महलीमुरूम स्टेशन के पास से ट्रेन के एक कोच के पहिये में खराबी होने का पता समय रहते चल गया. जिसके बाद टाटानगर में उस कोच को बदला गया था.
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